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Tuesday, July 8, 2025

पश्चिम बंगाल : राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने नदिया में तमन्ना के परिवार से मुलाकात की

Newsपश्चिम बंगाल : राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने नदिया में तमन्ना के परिवार से मुलाकात की

कोलकाता, सात जुलाई (भाषा) राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की टीम ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में तमन्ना खातून के घर पहुंचकर उनके परिवार से मुलाकात की तथा औपचारिक रूप से परिजनों का बयान दर्ज किया।

कालीगंज विधानसभा उपचुनाव में 23 जून को पार्टी की जीत के बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के समर्थकों द्वारा कथित तौर पर आयोजित विजय के जश्न के दौरान बम विस्फोट में 10 वर्षीय तमन्ना की मौत हो गई थी।

तमन्ना की मां ने सोमवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उनकी बेटी की मौत की निष्पक्ष पुलिस जांच में बाधा डाल रही हैं।

यह घटना नदिया के बारोचंदघर क्षेत्र के मालंदी गांव में चुनाव परिणामों की आधिकारिक घोषणा से कुछ समय पहले घटी।

तमन्ना के परिवार को कथित तौर पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) का समर्थक माना जाता है। परिवार ने दावा किया है कि सत्तारूढ़ पार्टी का समर्थन करने से इनकार करने के कारण राजनीतिक प्रतिशोध के रूप में उनके घर पर बम फेंका गया था।

डॉ. अर्चना मजूमदार के नेतृत्व में राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की एक टीम सोमवार को तमन्ना के घर गई और उसकी मां सबीना खातून से बात की तथा बंद कमरे में उनका बयान दर्ज किया।

सबीना यह बताते हुए रो पड़ीं कि कैसे तृणमूल के जश्न की रैली के दौरान स्थानीय गुंडों द्वारा कथित तौर पर फेंके गए बम के टुकड़ों की चपेट में आने से उनकी बेटी की जान चली गई थी।

सबीना ने एनसीडब्ल्यू टीम के दौरे के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं अपनी बेटी के हत्यारों को सजा दिलाना चाहती हूं। मैं उन्हें खुलेआम घूमते हुए देख सकती हूं। यह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ही हैं, जो पुलिस को काम करने और मामले की जांच करने नहीं दे रही हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ममता बनर्जी मुझे अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर कर रही हैं।’’

सबीना ने आरोप लगाया कि हालांकि प्राथमिकी में 24 लोगों के नाम हैं, लेकिन अब तक केवल 10 लोगों को ही गिरफ्तार किया गया है।

पिछले सप्ताह तमन्ना के माता-पिता कलकत्ता उच्च न्यायालय गए थे और वरिष्ठ अधिवक्ता एवं माकपा नेता बिकास भट्टाचार्य से मुलाकात कर कानूनी सलाह ली थी। उनका आरोप है कि तमन्ना की मौत की पुलिस जांच धीमी गति से चल रही है।

एनसीडब्ल्यू सदस्य मजूमदार ने मामले की प्रगति पर चिंता व्यक्त की और कहा कि वह इस मामले को वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष उठाएंगी।

मजूमदार ने कहा, ‘‘वह मुआवजे का क्या करेगी? इसकी जांच निष्पक्ष और जल्दी होनी चाहिए।’’

इस मामले की जांच पर अद्यतन जानकारी लेने के लिए एनसीडब्ल्यू की टीम कृष्णानगर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) से भी मुलाकात करेंगी।

टीएमसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह निराशाजनक है कि एनसीडब्ल्यू अक्सर पश्चिम बंगाल जैसे विपक्ष शासित राज्यों को निशाना बनाता है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों में इसी तरह के मामलों को नजरअंदाज कर देता है।

टीएमसी के एक नेता ने कहा, ‘‘ यद्यपि हम न्याय सुनिश्चित करने के किसी भी प्रयास का स्वागत करते हैं, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राष्ट्रीय महिला आयोग चुनिंदा रूप से गैर-भाजपा शासित राज्यों का दौरा करता है, जबकि भाजपा शासित राज्यों में इसी प्रकार की या इससे भी बदतर घटनाओं पर आंखें मूंद लेता है।’’

हालांकि, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह घटना इलाके में दो समूहों के बीच झड़प के परिणामस्वरूप हुई होगी और तमन्ना को झगड़े के दौरान फेंके गए बम के छर्रे लगे होंगे।

भाषा रवि कांत दिलीप

दिलीप

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