नयी दिल्ली, सात जुलाई (भाषा) दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने सोमवार को कड़कड़डूमा बार एसोसिएशन के सदस्यों से काम पर लौटने का अनुरोध किया और आश्वासन दिया कि डिजिटल अदालतों के कामकाज से संबंधित सभी मुद्दों और चिंताओं का समाधान किया जाएगा।
कड़कड़डूमा बार एसोसिएशन ने ‘डिजिटल नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स’ (एनआई) अदालत को कड़कड़डूमा जिला अदालत परिसर से राउज एवेन्यू अदालत में स्थानांतरित करने के मुद्दे पर एक जुलाई और पांच जुलाई को काम से दूर रहने का फैसला किया था। एसोसिएशन ने तीन जुलाई से क्रमिक भूख हड़ताल भी शुरू कर दी थी।
उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है, ‘आज दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के साथ सभी जिला न्यायालय बार एसोसिएशन की समन्वय समिति की एक बैठक हुई, जिसमें भारतीय विधिज्ञ परिषद के उपाध्यक्ष वी पी शर्मा और दिल्ली विधिज्ञ परिषद के सदस्य डी के सिंह के अलावा दिल्ली के विभिन्न बार एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इसमें वकीलों के काम से दूर रहने के कारण कड़कड़डूमा अदालतों में व्याप्त स्थिति के संबंध में चर्चा की गई।’’
इसमें कहा गया है कि समन्वय समिति के सदस्यों और अन्य वकीलों ने डिजिटल अदालतों के स्थानांतरण के बारे में कुछ मुद्दों के बारे में मुख्य न्यायाधीश को अवगत कराया, जिसके बाद उन्होंने (मुख्य न्यायाधीश ने) ‘कड़कड़डूमा बार के सदस्यों से तुरंत काम फिर से शुरू करने का अनुरोध किया और आश्वासन दिया कि डिजिटल अदालतों के कामकाज से संबंधित सभी मुद्दों और चिंताओं का संस्थागत स्तर पर उच्च न्यायालय द्वारा जल्द से जल्द समाधान किया जाएगा।’’
भाषा अमित सुरेश
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