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जम्मू, आठ जुलाई (भाषा) दक्षिण कश्मीर के हिमालयी क्षेत्र में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए 7,500 से अधिक तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था सोमवार देर रात को जम्मू से रवाना हुआ। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
घाटी के दो मार्गों से तीन जुलाई को 38 दिवसीय तीर्थयात्रा शुरू हुई थी। पहला मार्ग अनंतनाग जिले में 48 किलोमीटर लंबा पारंपरिक नुनवान-पहलगाम मार्ग है और दूसरा मार्ग गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर का छोटा लेकिन अधिक खड़ी चढ़ाई वाला बालटाल मार्ग है। यात्रा नौ अगस्त को समाप्त होगी।
उन्होंने बताया कि यात्रा शुरू होने के बाद से 94,000 से अधिक तीर्थयात्री अमरनाथ गुफा मंदिर में दर्शन कर चुके हैं।
अधिकारियों ने बताया कि 5,516 पुरुषों और 1,765 महिलाओं सहित 7,541 तीर्थयात्रियों का सातवां जत्था कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सोमवार देर रात दो बजकर 55 मिनट से तड़के चार बजकर पांच मिनट के बीच भगवती नगर आधार शिविर से 309 वाहनों में कश्मीर के दो आधार शिविरों के लिए रवाना हुआ।
उन्होंने बताया कि 3,321 तीर्थयात्रियों को लेकर पहला काफिला 148 वाहनों में गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे छोटे लेकिन अधिक ढलान वाले बालटाल मार्ग के लिए रवाना हुआ, जिसके बाद 161 वाहनों में 4,220 तीर्थयात्रियों का दूसरा काफिला अनंतनाग जिले में 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग से यात्रा पर निकला।
मौके पर ही पंजीकरण को लेकर काउंटर पर भारी भीड़ है जबकि अधिकारियों ने काउंटर की संख्या 12 से बढ़ाकर 15 कर दी है, साथ ही भीड़ को कम करने के लिए दैनिक कोटा 4,100 कर दिया है।
देश के विभिन्न हिस्सों से 4,000 से अधिक श्रद्धालु अपना पंजीकरण कराने के लिए जम्मू पहुंचे।
अब तक 3.5 लाख से अधिक लोगों ने तीर्थयात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। जम्मू भर में 34 आवास केंद्र स्थापित किए गए हैं और तीर्थयात्रियों को ‘रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन’ (आरएफआईडी) टैग जारी किए जा रहे हैं। मौके पर ही पंजीकरण के लिए 12 काउंटर स्थापित किए गए हैं।
तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की कुल 180 कंपनियां तैनात की गई हैं, जो पिछले वर्षों की तुलना में 30 अधिक हैं।
भाषा सुरभि सिम्मी
सिम्मी