शिलांग, आठ जुलाई (भाषा) मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने पूर्वोत्तर के छोटे राज्यों की विशिष्ट भौगोलिक, आर्थिक एवं विकासात्मक चुनौतियों का हवाला देते हुए उनके लिए वित्तीय सहायता बढ़ाए जाने की वकालत की।
संगमा ने सोमवार को नयी दिल्ली में 16वें वित्त आयोग के सदस्यों के साथ अपनी बैठक के दौरान इस मुद्दे को उठाया।
बैठक में संगमा ने कहा, ‘‘हमारे राज्य भू-भाग, बुनियादी ढांचे की कमी और सीमित राजस्व-उत्पादन क्षमताओं से संबंधित अलग-अलग समस्याओं का सामना कर रहे हैं। इन संरचनात्मक कमियों को दूर करने के लिए हमें विशेष वित्तीय मदद की आवश्यकता है।’’
उन्होंने वित्त आयोग से आग्रह किया कि वह छोटे राज्यों को सड़क, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और पर्यटन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों के विकास में मदद करने के लिए अधिक निधि दिए जाने और उनके लिए अधिक लचीली योजनाएं बनाए जाने की सिफारिश करे।
संगमा ने केंद्र द्वारा आवंटित धन के उपयोग में अधिक स्वायत्तता का भी आह्वान किया ताकि राज्यों को अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप परियोजनाएं बनाने की अनुमति मिल सके।
आयोग ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनके निवेदन की समीक्षा की जाएगी।
संगमा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘पूर्वोत्तर राज्यों के अपने अनूठे और विशिष्ट मुद्दे होने के बावजूद उनकी चिंताएं और चुनौतियां समान हैं। इस संदर्भ में मिजोरम, त्रिपुरा, सिक्किम और मेघालय ने 16वें वित्त आयोग को एक संयुक्त ज्ञापन सौंपा जिसमें क्षेत्र की विशेष जरूरतों और विकास संबंधी प्राथमिकताओं को रेखांकित किया गया।’’
भाषा
सिम्मी मनीषा
मनीषा