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Wednesday, July 9, 2025

मंडी से सांसद रनौत अपने काम को लेकर गंभीर नहीं, लोग उन्हें चुनकर पछता रहे: हिप्र कांग्रेस प्रमुख

Newsमंडी से सांसद रनौत अपने काम को लेकर गंभीर नहीं, लोग उन्हें चुनकर पछता रहे: हिप्र कांग्रेस प्रमुख

शिमला, आठ जुलाई (भाषा) कांग्रेस की हिमाचल प्रदेश इकाई की प्रमुख प्रतिभा सिंह ने मंगलवार को कहा कि कंगना रनौत मंडी की सांसद के तौर पर अपने काम को गंभीरता से नहीं ले रही हैं।

इससे पहले रनौत ने टिप्पणी की थी कि उन्हें राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी से उपदेश की जरूरत नहीं है, जो सभी मोर्चों पर विफल रही है।

बादल फटने और अचानक आई बाढ़ से मंडी संसदीय क्षेत्र में तबाही मचने के कुछ दिन बाद भाजपा सांसद ने रविवार को क्षेत्र का दौरा किया और राहत कार्य में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस सरकार पर कटाक्ष किया।

उन्होंने कहा था कि राहत और पुनर्बहाली कार्य राज्य सरकार की जिम्मेदारी है तथा एक सांसद केवल प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को स्थिति से अवगत करा सकता है एवं केंद्रीय सहायता का अनुरोध कर सकता है।

पलटवार करते हुए सिंह ने कहा, ‘‘मंडी राज्य का सबसे बड़ा संसदीय क्षेत्र है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिमाचल के दो-तिहाई क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली सांसद कह रही हैं कि उनके पास कोई फंड, एजेंसियां ​​या कैबिनेट नहीं है।’’

सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ऐसे बयानों से पता चलता है कि कंगना अपने काम को गंभीरता से नहीं ले रही हैं।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद अपनी जिम्मेदारी नहीं समझती हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने रनौत के इस तर्क को खारिज किया कि किसी सांसद को आपदा की स्थिति में सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास निधि से धन आवंटित करने की अनुमति नहीं होती है और सड़कों तथा अन्य बुनियादी ढांचे की बहाली राज्य सरकार का काम है।

विगत में मंडी लोकसभा सीट का तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुकीं सिंह ने कहा, ‘‘सांसदों को अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सालाना पांच करोड़ रुपये मिलते हैं और वे आपदा के समय सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना निधि से धन खर्च कर सकते हैं तथा राहत प्रदान करने, क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत और राशन वितरण में योगदान दे सकते हैं।’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘भाजपा सांसद को तुरंत प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करना चाहिए था और लोगों की शिकायतें सुननी चाहिए थीं, राहत कार्यों में मदद करनी चाहिए थी और फिर केंद्र के समक्ष उनकी चिंता को उठाना चाहिए था। लेकिन उनके शब्द आहत करने वाले हैं और लोग उन्हें चुनकर पछता रहे हैं।’’

रविवार को थुनाग में प्रभावित परिवारों से मुलाकात के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत में रनौत के स्पष्ट रूप से मुस्कुराने से संबंधित सवाल को टालते हुए सिंह ने कहा, ‘‘जब हम ऐसे आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हैं और उन लोगों से मिलते हैं जिन्होंने अपना सबकुछ खो दिया है तो हमें दर्द महसूस होता है और हमारी आंखों में आंसू आ जाते हैं। हम इस संकट की घड़ी में उनके साथ खड़े हैं।’’

पिछले मंगलवार को मंडी जिले में बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन की 10 घटनाओं में भारी तबाही हुई और 14 लोगों की मौत हो गई तथा पांच अन्य घायल हो गए और 28 लोग अब भी लापता हैं।

रनौत की मंडी यात्रा कांग्रेस द्वारा लोकसभा क्षेत्र से उनके अनुपस्थित रहने को लेकर की गई आलोचना और विधानसभा में विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर की टिप्पणी के बाद हुई।

उनकी अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर ठाकुर ने कहा था, ‘‘हमें स्थानीय लोगों की चिंता है, हम उनके लिए जीते और मरते हैं। जो चिंतित नहीं हैं, उनके बारे में टिप्पणी नहीं कर सकते।’’

हालांकि, रनौत ने कहा था कि उन्होंने बादल फटने से प्रभावित मंडी के क्षेत्रों का तुरंत दौरा ठाकुर की ‘‘सलाह’’ पर नहीं किया था।

भाषा नेत्रपाल पवनेश

पवनेश

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