नयी दिल्ली, आठ जुलाई (भाषा) केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सड़कों पर जीवाश्म ईंधन से चलने वाले वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करना सभी हितधारकों की पहली जिम्मेदारी है।
उन्होंने यहां एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) के एक कार्यक्रम में कहा कि एथनॉल जैसे वैकल्पिक ईंधन को बढ़ावा देकर और बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान से प्रदूषण को प्रभावी ढंग से कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार दोनों पर सक्रिय रूप से काम कर रही है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि सरकार सड़क बनाने में कचरे का भी इस्तेमाल कर रही है और इस काम में लगभग 80 लाख टन कचरे का इस्तेमाल किया गया है।
गडकरी ने कहा, ‘‘हम अपने राजमार्गों पर बारिश का पानी जमा करने जैसे उपायों को अपनाकर जल संरक्षण को भी प्राथमिकता दे रहे हैं।’’
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि एनएचएआई बांस के बागान, घने वृक्षारोपण और हरित गलियारे बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
इसमें आगे कहा गया कि एनएचएआई ने 2024-25 के दौरान 60 लाख वृक्षारोपण के लक्ष्य के मुकाबले लगभग 67 लाख पेड़ लगाए।
भाषा पाण्डेय अजय
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