नयी दिल्ली, आठ जुलाई (भाषा) सीबीआई ने एक अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के नागरिकों को निशाना बनाकर तकनीकी सहायता के नाम पर उन्हें ठगता था। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि ‘फर्स्टआइडिया’ के पार्टनर निशांत वालिया को एक अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध गिरोह से संबंध के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जो ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के नागरिकों को कथित तौर पर निशाना बनाकर तकनीकी सहायता घोटाला कर रहा था।
‘फर्स्टआइडिया’ के साझेदार निशांत वालिया की गिरफ्तारी एजेंसी द्वारा माइक्रोसॉफ्ट सहित प्रसिद्ध बहुराष्ट्रीय कंपनियों के तकनीकी सहायता प्रतिनिधि के रूप में ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के नागरिकों को निशाना बनाने वाले साइबर अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन चक्र-5’ का हिस्सा थी।
सीबीआई ने अपनी कार्रवाई में सोमवार को नोएडा में तीन परिसरों पर छापेमारी की, जिसमें विशेष आर्थिक क्षेत्र से संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर भी शामिल था, जहां से वालिया को गिरफ्तार किया गया था।
मामला दर्ज होने के बाद, सीबीआई ने संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई), ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (एनसीए) और माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन के साथ मिलकर गिरोह की गतिविधियों का पता लगाने और इसके प्रमुख आरोपियों की पहचान करने के लिए काम किया।
एजेंसी ने कहा कि फर्स्टआइडिया नाम से संचालित यह कॉल सेंटर तकनीकी रूप से उन्नत था, जिससे सीमा पार लोगों को निशाना बनाने में मदद मिली।
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