मुंबई, नौ जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने बुधवार को यहां विधायकों के एक छात्रावास की कैंटीन से खाने के नमूने एकत्र किए और उन्हें जांच के लिए भेज दिया।
शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने छात्रावास में कथित तौर पर बासी खाना परोसने पर कर्मचारी की पिटाई की थी, जिसके एक दिन बाद खाने के नमूने जांच के लिए भेजे गये।
बुलढाणा विधानसभा क्षेत्र से विधायक गायकवाड़ ने कैंटीन के एक कर्मचारी की पिटाई की थी। घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया।
विधायक ने दावा किया कि उन्हें परोसा गया खाना बासी था और अधिकारियों से उनकी बार-बार की गई शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
महानगर में राज्य विधानमंडल का मानसून सत्र जारी है, इसलिए गायकवाड़ फिलहाल दक्षिण मुंबई के चर्चगेट इलाके में आकाशवाणी विधायक छात्रावास में रह रहे हैं, जहां मंगलवार रात यह घटना हुई।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित विभिन्न वर्गों ने गायकवाड़ की इस हरकत की निंदा की लेकिन पार्टी लाइन से परे विधायकों ने छात्रावास की कैंटीन में परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता को लेकर उनकी चिंताओं का समर्थन किया।
इस घटना को लेकर हुए विवाद के बाद एफडीए के अधिकारी बुधवार दोपहर छात्रावास पहुंचे और खाने के नमूने लेकर उन्हें अब बांद्रा स्थित विभाग की प्रयोगशाला में जांच के लिए भेज दिया गया।
एफडीए मंत्री नरहरि जिरवाल के एक करीबी सूत्र ने बताया, “कैंटीन से एकत्र किए गए खाने के नमूने जांच के लिए भेज दिए गए हैं। प्रक्रिया के अनुसार, 16 दिनों के भीतर रिपोर्ट आने की उम्मीद है और आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।”
गायकवाड़ ने भोजन की गुणवत्ता को लेकर कई शिकायतों के बावजूद लगभग 30 वर्षों तक एक ही ठेकेदार को कैंटीन चलाने की अनुमति दिए जाने पर भी सवाल उठाए। सूत्र ने इस सवाल पर बताया, “एफडीए पहले अपनी रिपोर्ट पूरी करेगा। राज्य सरकार द्वारा इसे स्वीकार किए जाने के बाद, अन्य विभाग उचित कार्रवाई करने के लिए आगे आ सकते हैं।”
भाषा जितेंद्र रंजन
रंजन