नयी दिल्ली, नौ जुलाई (भाषा) विमानन विशेषज्ञों का कहना है कि जगुआर गहराई तक हमला करने वाला बमवर्षक और दो इंजन वाला जेट है जिसे ‘बेहद सुरक्षित’ माना जाता है और केवल एक ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ ही बता पाएगी कि बुधवार को राजस्थान के चुरू के पास दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान में क्या खराबी थी।
जगुआर जेट विमानों को 1979 में भारतीय वायु सेना में शामिल किया गया था, और विमानों का एक प्रारंभिक बैच ब्रिटेन से उड़ान भरने के लिए तैयार अवस्था में आया था।
बुधवार को चुरू में एक जगुआर प्रशिक्षण विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से भारतीय वायुसेना के दो पायलटों की मौत हो गई, जो मार्च के बाद से इस दो इंजन वाले बमवर्षक विमान से जुड़ी तीसरी दुर्घटना है।
भारतीय वायुसेना ने कहा कि दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए एक ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ का गठन किया गया है।
‘पीटीआई-भाषा’ ने जगुआर जेट विमानों के महत्व पर कुछ पूर्व वायुसेना अधिकारियों, पायलटों और विमानन विशेषज्ञों से बात की।
भारतीय वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ‘‘जगुआर एक हमलावर बमवर्षक विमान है। इसका उद्देश्य हवा से जमीन पर हमला करना है। यह दो इंजन वाला विमान है, इसलिए बेहद सुरक्षित है।’’
अधिकारी, जो एक विमानन विशेषज्ञ भी हैं, ने कहा कि दुर्घटना के कारणों को लेकर कोई अटकलें नहीं लगाई जानी चाहिए और ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ इसकी जांच करेगी।
उन्होंने कहा कि जगुआर जेट को ‘बेहद सुरक्षित’ माना जाता है।
भाषा वैभव माधव
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