अलीगढ़ (उप्र), 10 जुलाई (भाषा) अलीगढ़ जिला प्रशासन ने कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक योजना लागू की है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कांवड़ यात्रा शुक्रवार को हिंदू माह श्रावण से शुरू हो रही है।
जिलों के अधिकारियों की बुधवार को हुई एक उच्च-स्तरीय बैठक में एक केंद्रीय कमान प्रणाली की स्थापना की गई। इसके तहत जिले को दो जोन में विभाजित किया गया है। इनमें से प्रत्येक की निगरानी एक अपर जिलाधिकारी द्वारा की जाएगी।
अधिकारियों को मुताबिक, समन्वय और प्रबंधन को सुव्यवस्थित करने के लिए इन जोन को 24 सेक्टरों में विभाजित किया गया है।
अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) एम शेखर पाठक ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं को बताया, ‘विभिन्न संवेदनशील स्थानों पर 156 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और मंदिरों तक जाने वाले पूरे कांवड़ यात्रा मार्ग की निगरानी के लिए पर्याप्त संख्या में ड्रोन तैनात किए गए हैं।’
उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान शांति भंग न हो इसके लिए प्रमुख स्थानों पर शांति समिति की बैठकें आयोजित की जा रही हैं।
पाठक ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘तीर्थयात्रा मार्ग पर मांस की बिक्री के संबंध में आपसी सहमति से एक प्रोटोकॉल बनाया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस संबंध में तीर्थयात्रियों की भावनाओं को ठेस न पहुंचे।’
पाठक ने बताया कि किसी भी समस्या या अप्रिय घटना से निपटने के लिए 22 त्वरित प्रतिक्रिया दल गठित किए गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘ये दल पानी की आपूर्ति, बिजली और तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य सहित सभी समस्याओं का समाधान करेंगे।’
भाषा सं सलीम नोमान
नोमान