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Saturday, July 12, 2025

टीसीएस का जून तिमाही में शुद्ध लाभ छह प्रतिशत बढ़कर 12,760 करोड़ रुपये पर

Newsटीसीएस का जून तिमाही में शुद्ध लाभ छह प्रतिशत बढ़कर 12,760 करोड़ रुपये पर

मुंबई, 10 जुलाई (भाषा) देश की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी सेवा कंपनी टीसीएस का चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में शुद्ध लाभ छह प्रतिशत बढ़कर 12,760 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान कंपनी की गैर-प्रमुख क्षेत्रों से आय बढ़ी जबकि राजस्व वृद्धि की रफ्तार सुस्त रही।

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने बृहस्पतिवार को अप्रैल-जून, 2025 तिमाही के वित्तीय नतीजों की सूचना शेयर बाजारों को दी। टीसीएस वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजों की सूचना देने वाली पहली प्रमुख कंपनी है।

आलोच्य अवधि में टीसीएस का रुपये में राजस्व 1.3 प्रतिशत बढ़कर 63,437 करोड़ रुपये हो गया, लेकिन स्थिर मुद्रा के आधार पर राजस्व में तीन प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। दरअसल, कंपनी को बीएसएनएल सौदा खत्म होने के बीच अपने प्रमुख बाजारों में चुनौतियों का सामना करना पड़ा।

जून तिमाही में कंपनी की अन्य आय बढ़कर 1,660 करोड़ रुपये हो गई जो पिछले साल की समान तिमाही में 962 करोड़ रुपये थी।

इस बीच, कंपनी के निदेशक मंडल ने शेयरधारकों को प्रति शेयर 11 रुपये का अंतरिम लाभांश देने की सिफारिश की है।

टीसीएस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) के. कृतिवासन ने कहा कि व्यापक आर्थिक और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के कारण कंपनी ‘मांग में गिरावट’ का अनुभव कर रही है।

इसके साथ ही कृतिवासन ने कहा कि उन्हें चालू वित्त वर्ष में दहाई अंक में राजस्व वृद्धि की संभावना नहीं दिख रही है। यह अप्रैल के पिछले अनुमान से अलग है जब वित्त वर्ष 2025-26 में कुल राजस्व वृद्धि बेहतर होने की उम्मीद जताई गई थी।

हालांकि, कृतिवासन ने चालू वित्त वर्ष में अंतरराष्ट्रीय राजस्व पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले बेहतर रहने का अनुमान जताया।

उन्होंने परिणामों की घोषणा के बाद यहां संवाददाताओं से कहा कि पिछली तिमाही में निर्णय लेने में हुई देरी अब ‘तेज’ हो गई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अनिश्चितताएं कम होने पर कंपनियों के विवेकाधीन खर्चों में बढ़ोतरी होगी।

उन्होंने कहा कि अमेरिका के व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर करने और कुछ कानूनों को चुनौती दिए जाने से सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं। इस महीने के अंत या अगस्त की शुरुआत तक ग्राहकों को इस बारे में कुछ स्पष्टता आने की उम्मीद है।

समीक्षाधीन अवधि में कंपनी का परिचालन लाभ मार्जिन घटकर 24.5 प्रतिशत रह गया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 24.7 प्रतिशत था। आम तौर पर मार्जिन पर असर डालने वाली वेतनवृद्धि कंपनी में अभी तक लागू नहीं हुई है।

कंपनी के मानव संसाधन प्रमुख मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि अभी वेतनवृद्धि पर कोई फैसला नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि वह अभी तक अपने नए कर्मचारियों की नियुक्ति के लक्ष्य को बनाए रखे हुए है।

जून तिमाही के अंत में टीसीएस के कुल कर्मचारियों की संख्या 6,13,069 थी, जो जून, 2024 के मुकाबले 6,000 अधिक और मार्च तिमाही से 5,000 अधिक है।

हालांकि बीती तिमाही में नौकरी छोड़ने वाले कर्मचारियों की दर बढ़कर 13.8 प्रतिशत हो गई।

टीसीएस के मुख्य वित्त अधिकारी समीर सेकसरिया ने कहा कि कंपनी परिचालन लाभ मार्जिन को 26-28 प्रतिशत के स्तर तक ले जाने की आकांक्षा रखती है।

इस बीच, कृतिवासन ने कहा कि तिमाही के दौरान कंपनी ने 9.4 अरब डॉलर मूल्य के नए सौदे किए। उन्होंने कहा कि मौजूदा कठिनाइयां ग्राहकों को लागत अनुकूलन सौदों पर हस्ताक्षर से रोक रही हैं।

बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा उद्योग से राजस्व में केवल एक प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि उत्तरी अमेरिका के बाजार में 2.7 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।

पिछली तिमाही में भारत खंड का राजस्व 21.7 प्रतिशत घटकर कंपनी के कुल राजस्व का 5.8 प्रतिशत रह गया, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 7.5 प्रतिशत था। इसका मुख्य कारण 15,000 करोड़ रुपये से अधिक के बीएसएनएल सौदे का समापन है।

कृतिवासन ने कहा कि कंपनी को बीएसएनएल के लिए 2,900 करोड़ रुपये का अतिरिक्त काम मिला है, लेकिन वह काम शुरू होने का इंतज़ार कर रही है।

टीसीएस की नवनियुक्त मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) आरती सुब्रमण्यन ने कहा कि कृत्रिम मेधा (एआई) से जुड़ी पेशकशों में रुचि दिख रही है। लेकिन उन्होंने इस पर राजस्व बुकिंग के बारे में बताने से इनकार कर दिया।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय

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