छत्रपति संभाजीनगर, 10 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर स्थित एक बाल गृह के चार कर्मचारियों के खिलाफ वहां रहने वाली लड़कियों के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार करने का मामला दर्ज किया गया है। यहां एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
छावनी पुलिस थाने में बुधवार को दर्ज की गई प्राथमिकी के अनुसार, बालगृह में रहने वाली कुछ लड़कियों ने दावा किया कि उन्हें दिन में चार बार ईसा मसीह की प्रार्थना करने के लिए मजबूर किया जाता था और उन्हें पर्याप्त ‘सैनिटरी पैड’ भी नहीं दिए जाते थे।
प्राथमिकी में कहा गया कि जिस कमरे में वे कपड़े बदलती थीं, वहां एक सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ था।
अधिकारी ने बताया कि 30 जून को बाल गृह से नौ लड़कियां भाग गईं, जिसके बाद बाल कल्याण समिति को सूचित किया गया और आखिरकार पुलिस ने लड़कियों का पता लगा लिया।
अधिकारी ने बताया कि इस बीच, पुलिस आयुक्त प्रवीण पवार ने मामले की जांच के लिए तीन अधिकारियों की एक समिति गठित की, जो लड़कियों से मिली। इसके बाद समिति की रिपोर्ट के आधार पर बालगृह के चार कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं के तहत गलत तरीके से रोकने, गैर इरादतन हत्या का प्रयास, ताक-झांक और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने तथा किशोर न्याय अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
अधिकारी ने बताया कि प्राथमिकी के अनुसार, लड़कियों को दिन में चार बार ईसा मसीह की प्रार्थना करने के लिए मजबूर किया जाता था, जिसके कारण कथित उत्पीड़न से बचने के लिए लड़कियां बाल गृह से भाग गईं।
भाषा यासिर वैभव
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