(तस्वीरों सहित)
नयी दिल्ली, 12 जुलाई (भाषा) उत्तर-पूर्वी दिल्ली के वेलकम इलाके में शनिवार सुबह चार मंजिला इमारत ढहने से दो लोगों की मौत हो गई और एक वर्षीय बच्चे समेत आठ लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि मलबे में अब भी कुछ लोगों के फंसे होने की आशंका है।
अग्निशमन अधिकारियों ने बताया कि इमारत के मालिक और उनकी पत्नी को मलबे से बाहर निकाला गया लेकिन उनकी मौत हो गई थी। उनके शवों को जीटीबी अस्पताल ले जाया गया है।
उन्होंने बताया कि आठ लोगों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है जबकि मलबे में फंसे अन्य लोगों को बचाने के प्रयास अब भी जारी हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल समेत कई एजेंसियां बचाव अभियान में शामिल हैं।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें वेलकम पुलिस थाने में शनिवार सुबह लगभग सात बजकर चार मिनट पर ईदगाह, वेलकम के निकट चार मंजिला इमारत के ढहने की सूचना मिली। जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो पाया कि इमारत की तीन मंजिलें ढह चुकी थीं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब तक आठ घायलों को बचाया गया है। सात को जेपीसी अस्पताल और एक को जीटीबी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है।’’
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पूर्वी) संदीप लांबा ने कहा, ‘‘इमारत के मालिक मतलूब अपने परिवार के साथ इसी इमारत में रहते थे, भूतल और पहली मंजिल खाली हैं। सामने वाली इमारत को भी नुकसान पहुंचा है।’’
इस घटना में मतलूब (50) और उनकी पत्नी राबिया (46) की मौत हो गई। उनके बेटे परवेज (32) और नावेद (19), परवेज की पत्नी सिजा (21) और एक साल का बेटा अहमद घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
पुलिस ने बताया कि वहीं, गोविंद (60) और उनके भाई रवि कश्यप (27) और उनकी पत्नियां क्रमश: दीपा (56) तथा ज्योति (27) दुर्घटना में घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ये परिवार उस इमारत के सामने वाले मकान में रहता है।
इस इमारत के सामने वाली इमारत में रहने वाले अनीस अहमद अंसारी ने बताया कि उन्हें भी इस घटना में चोटें आई हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जैसे ही इमारत गिरी, मलबा हमारी इमारत पर आ गिरा और मैं भी घायल हो गया। स्थानीय लोगों समेत हर कोई परिवार को बचाने की कोशिश में जुट गया।’’
इमारत उस समय गिरी जब स्थानीय लोग सुबह की सैर पर निकले थे। उनमें से कई लोगों ने खुद ही बचाव कार्य शुरू कर दिया और दमकल विभाग के अधिकारियों के मौके पर पहुंचने से पहले ही फंसे हुए लोगों को बचाने की कोशिश की।
दिल्ली अग्निशमन सेवा के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि सीलमपुर में ईदगाह रोड के पास जनता कॉलोनी की गली नंबर पांच में एक इमारत गिर गई जिसके बाद बचाव कार्य के लिए सात दमकल गाड़ियां घटनास्थल भेजी गई हैं।
स्थानीय निवासी अस्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘सुबह लगभग सात बजे मैं अपने घर में थी तभी मुझे तेज आवाज सुनाई दी और चारों तरफ धूल छा गई। जब मैं नीचे आई तो देखा कि हमारे पड़ोसी का घर ढह गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हमें नहीं पता कि कितने लोग फंसे हैं लेकिन वहां एक परिवार रहता है जिसमें 10 लोग हैं।’’
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हमारे लोकसभा क्षेत्र के सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र स्थित वेलकम के जेजे क्लस्टर इलाके में एक दुखद घटना हुई। वहां तीन मंजिला इमारत ढह गई है। एनडीआरएफ मौके पर पहुंच गई है और बचाव अभियान में लगी हुई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अधिकारियों से बात की है। वहां बेहद संकरी गलियां हैं जिनकी चौड़ाई 2-3 फुट है और इस कारण अभियान में कुछ मुश्किलें आ रही हैं। हालांकि, चार लोगों को बचा लिया गया है और अस्पताल ले जाया गया है। उनकी स्थिति खतरे से बाहर हैं। दुख की बात यह है कि दो लोगों की मौत हो गई।’’
तिवारी ने कहा कि एक-दो लोग अभी भी फंसे हो सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि इलाका बहुत भीड़भाड़ वाला है, इसलिए हम सभी से अनुरोध करते हैं कि अभियान पूरा होने तक इन गलियों में जाने से बचें। वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं।’’
भाषा शोभना देवेंद्र
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