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Saturday, July 12, 2025

प्रधानमंत्री के विदेश दौरों पर मान की टिप्पणी संवैधानिक पदों की गरिमा का अपमान: मुख्यमंत्री सैनी

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चंडीगढ़, 12 जुलाई (भाषा) हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विदेश यात्राओं पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के द्वारा की गई टिप्पणियों के लिए उनकी आलोचना की।

सैनी ने मान की टिप्पणियों को ‘‘अनुचित’’ और लोकतांत्रिक मूल्यों तथा संवैधानिक पदों की गरिमा का अपमान बताते हुए उनसे से देश से माफी मांगने के लिए कहा।

पंजाब के मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को मोदी की आलोचना करते हुए कहा था कि वह मात्र 10,000 की आबादी वाले देश से सम्मान प्राप्त कर खुश हो रहे हैं, जबकि अपने देश के ज्वलंत मुद्दों की ‘‘उपेक्षा’’ कर रहे हैं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नेताओं ने मान की इस टिप्पणी के लिए उनकी आलोचना की।

विदेश मंत्रालय ने मोदी की विदेश यात्राओं की मान द्वारा की गई आलोचना को बृहस्पतिवार को ‘‘गैर-जिम्मेदाराना’’ करार दिया था।

मान का नाम लिए बिना मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार ‘‘राज्य के एक उच्च पदाधिकारी’’ द्वारा की गई उन अवांछित टिप्पणियों से खुद को अलग करती है, जिसमें मित्र देशों के साथ भारत के संबंधों की अनदेखी की गई है।

मान ने पंजाब विधानसभा में शुक्रवार को इस मुद्दे को फिर उठाया और उनसे 140 करोड़ भारतीयों की ‘‘चिंताओं को दूर’’ करने के लिए कहा।

विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया पर मान ने कहा कि क्या उन्हें विदेश नीति के बारे में सवाल पूछने का अधिकार नहीं है।

सैनी ने मान की टिप्पणियों के लिए उन पर निशाना साधते हुए ‘एक्स’ पर शुक्रवार को एक पोस्ट में कहा, “भगवंत मान जी शायद भूल गए हैं कि वह केवल प्रधानमंत्री जी पर नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों के विश्वास और नेतृत्व पर टिप्पणी कर रहे हैं। आपको वैश्विक राजनीति में हस्तक्षेप करने की बजाय अपने राज्य पर ध्यान देना चाहिए, जो नशाख़ोरी, भ्रष्टाचार और कर्ज में डूब चुका है।’’

उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी जी के कुशल नेतृत्व और सुदृढ़ वैश्विक नीति का परिणाम है कि आज भारत विश्व में विकसित देशों के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहा है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उन्होंने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के समय न सिर्फ ढाल बनकर भारत की रक्षा की बल्कि कई देशों को वैक्सीन पहुंचाई तथा कोरोना के समय विदेशों से भारतीयों को “वन्दे भारत मिशन’’ के तहत सुरक्षित स्वदेश भी लेकर आये।”

मोदी की विदेश यात्राओं पर मान के कटाक्ष का जिक्र करते हुए सैनी ने कहा कि यह न सिर्फ भाषाई मर्यादा का उल्लंघन है, बल्कि यह लोकतांत्रिक मूल्यों और संवैधानिक पदों की गरिमा को भी ठेस पहुंचाने वाला है।

उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें (मान) अपनी इस अमर्यादित टिप्पणी के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।”

पंजाब के मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को कहा था, ‘‘प्रधानमंत्री जी घाना गए हैं? क्या वह घाना से वापस आ गए हैं? क्या वह आज वापस आएंगे? देश लौटने पर उनका स्वागत किया जाएगा।’’

मान ने कहा था, ‘‘वह मैग्नेशिया, तर्वेशिया, गरवेशिया जैसे देशों का दौरा करते हैं, पता नहीं ये देश कहां हैं। वह इस देश में नहीं ठहर रहे हैं, जहां 140 करोड़ लोग रहते हैं। वह जिन देशों का दौरा कर रहे हैं, उनकी आबादी 10,000 है। और उन्हें वहां के सबसे बड़े सम्मान से नवाजा गया। यहां, 10,000 लोग जेसीबी मशीन (मिट्टी हटाने वाली मशीन) देखने के लिए एकत्र हो जाते हैं।’’

शुक्रवार को सदन में चर्चा के दौरान मान ने यह भी कहा, ‘‘जहां 140 करोड़ लोग रहते हैं, आप वहां रहें और उनकी समस्याओं का समाधान करें। यदि आप दो देशों (रूस और यूक्रेन) के बीच युद्ध रोक सकते हैं, तो पंजाब और हरियाणा के बीच (नदी जल) विवाद को समाप्त क्यों नहीं कर सकते।’’

उन्होंने कहा, ‘‘विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी है। क्या हमें प्रधानमंत्री से विदेश नीति के बारे में पूछने का अधिकार नहीं है? क्या वे जिन देशों का दौरा करते हैं, वे बाद में हमारे देश का समर्थन करते हैं? जब पाकिस्तान के साथ हमारे संबंध खराब हुए, तो क्या कोई देश हमारे साथ खड़ा हुआ।’’

मान ने बाद में मीडिया से बात करते हुए मान ने फिर से पूछा, ‘‘क्या मुझे विदेश नीति के बारे में सवाल करने का अधिकार नहीं है कि आप वहां क्या करने जा रहे हैं? आपने वहां क्या किया है? हमें बताएं। क्या हमें अधिकार नहीं है?’’

मान ने कहा, ‘‘मैंने विदेश नीति के बारे में जानना चाहा कि आप जहां भी जाते हैं, अदाणी का कारोबार वहीं क्यों शुरू होता है? इसका मतलब है कि वह उन्हें वहां ले जाते हैं। आप यह क्यों नहीं स्वीकार करते कि आप वहां किसी का कारोबार कराने जाते हैं? क्या हमें पूछने का अधिकार नहीं है? हम पूछेंगे। मैं आगे भी उनसे पूछूंगा।’’

भाषा

प्रीति रंजन

रंजन

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