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Sunday, July 13, 2025

एअर इंडिया की ड्रीमलाइनर उड़ान दुर्घटना का घटनाक्रम

Newsएअर इंडिया की ड्रीमलाइनर उड़ान दुर्घटना का घटनाक्रम

नयी दिल्ली, 12 जुलाई (भाषा) लंदन जा रही एअर इंडिया की उड़ान संख्या एआई171, 12 जून को अहमदाबाद से उड़ान भरने के 32 सेकंड बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई, क्योंकि इसके दोनों इंजनों की ईंधन आपूर्ति एक सेकंड के अंतराल पर बंद हो गई थी। एक प्रारंभिक रिपोर्ट में यह बात सामने आयी कि भ्रमित पायलट समय पर ‘थ्रस्ट’ बहाल नहीं कर पाए।

इस दुर्घटना के पीछे की घटनाओं का भारतीय समयानुसार क्रम इस प्रकार है:

11:17 बजे (पूर्वाह्न) : उड़ान एआई423 के रूप में संचालित एअर इंडिया ड्रीमलाइनर वीटी-एएनबी नयी दिल्ली से अहमदाबाद उतरा।

13:13:00 बजे (अपराह्न): विमान ने ‘पुशबैक’ और ‘स्टार्ट अप’ का अनुरोध किया।

‘पुशबैक’ विमान को एयरपोर्ट पर उसके गेट या डॉक्स से सुरक्षित तरीके से पीछे करने की एक प्रक्रिया होती, ताकि उसे रनवे पर ले जाने के लिए तैयार किया जा सके।

विमान का ‘स्टार्ट अप’ एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया होती है, जिसे पायलट और ‘ग्राउंड क्रू’ द्वारा सावधानी से किया जाता है ताकि विमान उड़ान के लिए तैयार किया जा सके। इसमें विमान के इंजन को चालू करना, सभी प्रणाली की जांच करना और उड़ान के लिए आवश्यक सभी प्रक्रियाओं को पूरा करना शामिल होता है।

13:13:13 बजे: एटीसी ने ‘पुशबैक’ को मंजूरी दी।

13:16:59 बजे: एटीसी ने ‘स्टार्ट अप’ की मंजूरी दी।

13:18:38 बजे: विमान अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बे 34 से निकला।

13:19:12 बजे: एटीसी ने पूछा कि क्या विमान को रनवे की पूरी लंबाई की आवश्यकता है। विमान ने रनवे 23 की पूरी लंबाई की आवश्यकता की पुष्टि की।

13:25:15 बजे: विमान ने टैक्सी क्लीयरेंस का अनुरोध किया, जिसे हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) ने मंजूरी दे दी।

13:26:00 बजे: विमान टैक्सीवे आर4 के माध्यम से रनवे 23 पर पहुंचा, उड़ान के लिए तैयार हुआ।

13:32:03 बजे: विमान का नियंत्रण जमीन से टावर को स्थानांतरित।

13:33:45 बजे: विमान को रनवे 23 पर लाइन में लगने का निर्देश दिया गया।

13:37:37 बजे: एटीसी ने रनवे 23 से उड़ान भरने की अनुमति दी।

13:38:39 बजे: विमान ने रनवे से उड़ान भरी।

13:38:42 बजे: विमान की अधिकतम गति 180 नॉट तक पहुंची।

इसके तुरंत बाद, इंजन एक और इंजन दो, दोनों के ईंधन ‘कटऑफ स्विच’ एक सेकंड के अंतराल पर ‘रन’ से ‘कटआफ’ स्थिति में चले गए। ईंधन आपूर्ति बंद होते ही इंजन की गति धीमी होने लगती है।

उड़ान भरने के तुरंत बाद रैम एयर टर्बाइन (आरएटी) का इस्तेमाल किया गया।

आरएटी का उपयोग सामान्य रूप से तब किया जाता है जब विमान को ‘पावर’ की आवश्यकता होती है और इसके मुख्य ‘पावर’ स्रोत (जैसे इंजन या विद्युत प्रणाली) विफल हो जाते हैं।

एक पायलट दूसरे से पूछता हुई सुनाई देता है कि उसने ईंधन क्यों बंद किया। दूसरा जवाब देता है कि उसने ऐसा नहीं किया।

13:38:47 बजे: इंजन एन1 और एन2, दोनों की गति न्यूनतम गति से नीचे चली जाती है। आरएटी का पंप हाइड्रोलिक पावर की आपूर्ति शुरू करता है।

13:38:52 बजे: इंजन एन1 का ईंधन कटऑफ स्विच ‘कटऑफ’ से ‘रन’ पर जाता है।

13:38:56 बजे: इंजन एन2 का ईंधन ‘कटऑफ’ स्विच भी ‘रन’ पर चला गया।

इंजन 1 में सुधार होता है, लेकिन इंजन 2 अब भी पूरी तरह से काम नहीं कर पा रहा।

13:39:05 बजे: दो पायलटों में से एक पायलट ने ‘मे डे- मे डे- मे डे’ संदेश दिया।

13:39:11 बजे: विमान से डेटा रिकॉर्डिंग बंद हुई।

13:44:44 बजे: दमकल गाड़ियां बचाव और अग्निशमन के लिए हवाई अड्डे से रवाना हुईं।

भाषा अमित सुरेश

सुरेश

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