नयी दिल्ली, 12 जुलाई (भाषा) दुष्कर्म एवं पॉस्को मामलों में 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ, राष्ट्रीय राजधानी में 2025 की पहली छमाही में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में समग्र अपराध में 8.38 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। दिल्ली पुलिस के आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी।
आंकड़ों से पता चला है कि एक जनवरी से 30 जून, 2025 तक लगभग 10,000 मामलों की गिरावट के साथ, भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत कुल 1,18,822 मामले दर्ज किए गए, जबकि 2024 की इसी अवधि में 1,29,693 मामले दर्ज किए गए थे।
आंकड़ों के अनुसार, हत्या, बलात्कार, डकैती और अपहरण जैसे जघन्य अपराधों में 2023 की तुलना में 13.13 प्रतिशत और 2024 की तुलना में 10.39 प्रतिशत की गिरावट आई है।
आंकड़ों से पता चला कि हत्या के मामले पिछले वर्ष के 241 से बढ़कर 2025 में 250 हो गए, जबकि दुष्कर्म और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) के मामलों में लगभग 10 प्रतिशत की गिरावट आई।
आंकड़ों के अनुसार, महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न और छेड़छाड़ जैसे अपराधों में भी क्रमशः लगभग 11 प्रतिशत और 12.5 प्रतिशत की गिरावट आई है।
‘स्नैचिंग’ की घटनाएं 2024 की पहली छमाही में 3,381 मामलों से 25.97 प्रतिशत घटकर 2025 में 2,503 मामले रह गईं। इसी प्रकार, चोरी के मामलों में 25.4 प्रतिशत की गिरावट देखी गई, जो 4,271 से घटकर 3,186 हो गईं और मोटर वाहन चोरी 5.98 प्रतिशत घटकर 18,626 से 17,512 हो गईं।
पुलिस ने समग्र गिरावट का श्रेय बढ़ी हुई निगरानी, डेटा-आधारित गश्त, सामुदायिक संपर्क और बार-बार अपराध करने वालों पर समन्वित कार्रवाई को दिया।
भाषा प्रशांत रंजन
रंजन