नयी दिल्ली, 12 जुलाई (भाषा) रियल एस्टेट कंपनी लोढ़ा डेवलपर्स ने वित्त वर्ष 2030-31 तक किराये से अपनी सालाना आमदनी को छह गुना कर 1,500 करोड़ रुपये तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। कंपनी के प्रबंध निदेशक अभिषेक लोढ़ा ने कहा कि इससे कंपनी का लगभग पूरा ब्याज और वेतन खर्च निकल जाएगा।
आवास खंड में अच्छी-खासी बाजार हिस्सेदारी हासिल करने के बाद, मुंबई स्थित लोढ़ा डेवलपर्स अपने वाणिज्यिक रियल एस्टेट कारोबार का विस्तार करने की योजना बना रही है।
यह कार्यालय परिसरों, खुदरा परियोजनाओं और औद्योगिक एवं भंडारण पार्क का निर्माण कर रही है, साथ ही सुविधा प्रबंधन के क्षेत्र में भी प्रवेश कर रही है।
शेयरधारकों को लिखे पत्र में लोढ़ा डेवलपर्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अभिषेक लोढ़ा ने कहा कि कंपनी का लक्ष्य अब समय के साथ एक उचित नियमित आय (एन्यूटी)का पोर्टफोलियो बनाना है।
उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य 2030-31 तक 15 अरब रुपये (1,500 करोड़ रुपये) की नियमित आय प्राप्त करना है।”
उन्होंने बताया कि 2030-31 के लिए लक्षित नियमित आय कंपनी के लगभग पूरे ब्याज और वेतन लागत को पूरा करने के लिए पर्याप्त होगी।
वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान, कंपनी ने भंडारण पार्कों के लिए चेन्नई और दिल्ली-एनसीआर में ज़मीन का अधिग्रहण किया है।
लोढ़ा ने कहा, “विभिन्न पार्कों में किराये पर जगह लेने की गतिविधियां अच्छी तरह से बढ़ रही है, और हम अपनी आवासीय परियोजनाओं के साथ-साथ अपने मुख्य बाजार में खुदरा खंड को लगातार बढ़ा रहे हैं। हम अगले कुछ वर्षों में अपनी आमदनी में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद करते हैं।”
निवेशकों को भेजी प्रस्तुति के अनुसार, वर्तमान में लोढ़ा डेवलपर्स के पास 84 लाख वर्ग फुट का वाणिज्यिक पोर्टफोलियो है, जिसमें से 21 लाख वर्ग फुट खुदरा, 10 लाख वर्ग फुट कार्यालय स्थल और 53 लाख वर्ग फुट औद्योगिक एवं भंडारण पार्क हैं।
इस 84 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में से, इस वर्ष मार्च तक 30 लाख वर्ग फुट पट्टे पर दिया गया था।
भाषा अनुराग अजय
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