नयी दिल्ली, 13 जुलाई (भाषा) दिल्ली पुलिस ने अपहरण और लूट के मामले में एक वर्ष से फरार मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
आरोपी की पहचान किसन मूरत (45) के रूप में हुई है, जो बाबा हरिदास नगर का निवासी है। पुलिस के अनुसार, वह अगस्त 2024 में नांगलोई में दर्ज मामले का मुख्य साजिशकर्ता था।
एक अधिकारी ने बताया, “इस मामले में उसके तीन सहयोगियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।”
पुलिस के अनुसार, मूरत पहले एक विद्युत वितरण कंपनी में तकनीशियन के रूप में संविदा पर काम करता था। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर एक जौहरी दर्शन को लूटने की साजिश रची थी।
उसने दर्शन को गिरवी रखे गए उसके सोने के गहने को फाइनेंस कंपनी से छुड़वाने में मदद करने का झांसा दिया।
एक अधिकारी ने बताया, “सोना छुड़वाने के बाद मूरत और उसके सहयोगियों ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर दर्शन को रोका और उसे एक कार में बिठा लिया, इसके बाद उसका सोना और नकदी छीन ली और फिर उसे सड़क किनारे छोड़कर फरार हो गए।”
घटना के बाद मूरत ने खुद को पीड़ित बताकर दर्शन को पुलिस में शिकायत न करने के लिए समझाने की कोशिश की। लेकिन जब दर्शन को शक हुआ और उसने मदद के लिए कॉल किया, तो मूरत मौके से फरार हो गया और छिपकर रहने लगा।
इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई और जांच शुरू की गई।
पुलिस के मुताबिक, मूरत लगातार उत्तर प्रदेश और बिहार के विभिन्न स्थानों पर अपना ठिकाना बदलता रहा, जिससे उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी।
अधिकारी ने बताया कि एक विशेष टीम को उसकी तलाश में लगाया गया था। तकनीकी निगरानी के आधार पर जब पता चला कि वह बाबा हरिदास नगर में लौट आया है, तो 11 जुलाई को छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने यह भी बताया कि मूरत एक अन्य ठगी के मामले में भी संदिग्ध है। मामले की जांच जारी है।
भाषा राखी संतोष
संतोष