जयपुर, 14 जुलाई (भाषा) पश्चिम अफ्रीकी देश माली में एक जुलाई को अगवा किए गए तीन भारतीय नागरिकों में शामिल जयपुर निवासी प्रकाश जोशी (61) के परिवार ने भारत सरकार से उनकी रिहाई के लिए प्रयास तेज करने का अनुरोध किया है।
प्रकाश जोशी की पत्नी सुमन जोशी ने बताया कि उनके पति ने पांच जून को माली स्थित ‘डायमंड सीमेंट फैक्टरी’ में महाप्रबंधक के पद पर कार्यभार संभाला था। उनकी अपने पति से आखिरी बार 30 जून को बात हुई थी।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘उन्होंने मुझे बताया कि उनकी तबियत ठीक नहीं है। मैंने उनसे जल्द से जल्द घर लौटने को कहा। इसके बाद उनका फोन नहीं मिल रहा था। मुझे लगा कि नेटवर्क में कोई समस्या है, लेकिन दो जुलाई को मेरी बेटी को उनके अपहरण की जानकारी मिली।’’
जोशी का एक जुलाई की सुबह उस कारखाना परिसर से अगवा कर लिया गया जहां वे काम करते थे। कारखाने के अधिकारियों ने उनकी बेटी चित्रा जोशी को फोन कर घटना की जानकारी दी।
समुन ने कहा, ‘‘हम विदेश मंत्रालय के संपर्क में हैं। हम भारत सरकार से उनकी सुरक्षित रिहाई के लिए प्रयास तेज करने की मांग करते हैं। हमें नहीं पता कि वह कहां हैं और किस हालत में हैं।’’
उन्होंने बताया कि कंपनी के अधिकारियों ने शनिवार को उस कमरे की तलाशी ली जहां वह ठहरे हुए थे और उनका पासपोर्ट और अन्य सामान बरामद हुआ।
उन्होंने कहा, ‘‘शुरू में कंपनी के अधिकारी कह रहे थे कि मेरे पति सुरक्षित हैं, लेकिन अब उनका कहना है कि उन्हें जोशी के बारे में कोई जानकारी नहीं है।’’
परिवार को उनके ठिकाने या आतंकवादियों की मांगों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
परिवार के सदस्यों ने केंद्रीय मंत्री एवं जोधपुर के सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत और राज्य के अन्य नेताओं से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।
विदेश मंत्रालय ने दो जुलाई को बयान जारी कर कहा कि हथियारबंद हमलावरों के मूह ने फैक्टरी परिसर में एक सुनियोजित हमला किया और तीन भारतीय नागरिकों को बंधक बना लिया।
इसमें कहा गया है कि पश्चिमी और मध्य माली के कई स्थानों पर स्थित सैन्य और सरकारी प्रतिष्ठानों पर एक जुलाई को आतंकवादियों ने हमला किया।
इसके अनुसार, ‘‘बामाको स्थित भारतीय दूतावास माली सरकार के संबंधित अधिकारियों, स्थानीय एजेंसियों और डायमंड सीमेंट फैक्टरी के प्रबंधन के साथ निरंतर संपर्क में है। दूतावास अगवा किए गए भारतीय नागरिकों के परिजनों के भी संपर्क में है।’’
भाषा पृथ्वी खारी
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