मुंबई, 14 जुलाई (भाषा) स्थानीय शेयर बाजार में सोमवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 247 अंक के नुकसान में रहा। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 68 अंक टूट गया। आईटी शेयरों में बिकवाली और विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी से बाजार नुकसान में रहा।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 247.01 अंक यानी 0.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82,253.46 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, एक समय यह 490.09 अंक टूटकर 82,010.38 अंक तक आ गया था।
पचास शेयरों वाला नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 67.55 अंक यानी 0.27 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,082.30 अंक पर बंद हुआ।
नौ जुलाई से अबतक की चार कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स लगभग 1,460 अंक यानी 1.75 प्रतिशत और निफ्टी 440 अंक यानी 1.73 प्रतिशत नीचे आ चुका है।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में एशियन पेंट्स में सबसे अधिक 1.58 प्रतिशत की गिरावट आई। इसके अलावा टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, इन्फोसिस, एचसीएल टेक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, लार्सन एंड टुब्रो और टाटा मोटर्स के शेयर भी नुकसान में रहे।
दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में इटर्नल (पूर्व में जोमैटो), टाइटन, महिंद्रा एंड महिंद्रा और आईटीसी शामिल है।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 5,104.22 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
हालांकि, मझोली कंपनियों से संबंधित मिडकैप और छोटी कंपनियों से जुड़े स्मॉलकैप सूचकांक में क्रमश: 0.71 प्रतिशत और 1.04 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार में गिरावट का दौर जारी रहा। इसका कारण शुल्क को लेकर चिंता और कंपनियों के तिमाही वित्तीय परिणाम की हल्की शुरुआत है। ऐसे में निवेशक तीन साल के ऊंचे मूल्यांकन के बीच कारोबार को लेकर अधिक संवेदनशीलता दिखा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हालांकि, स्वास्थ्य सेवा, रियल्टी, उपभोक्ता और सोच-विचार कर किये जाने वाले खर्च से जुड़े क्षेत्रों में तेजी के साथ शेयर-आधारित कार्यवाही जारी है। जबकि वित्त वर्ष 2025-26 में आमदनी में गिरावट के जोखिम के कारण सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों का प्रदर्शन प्रभावित हुआ है।
वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारी के अनुसार, अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर एक और दौर की वार्ता के लिए भारतीय अधिकारियों का दल अमेरिका पहुंच गया है।
एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग सकारात्मक दायरे में रहे, जबकि जापान का निक्की गिरावट के साथ बंद हुआ।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में गिरावट का रुख था। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को नुकसान के साथ बंद हुए थे।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को थोक महंगाई दर (डब्ल्यूपीआई) 19 महीने बाद जून में घटकर शून्य से नीचे 0.13 प्रतिशत पर रही। मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं और ईंधन के दाम में गिरावट से थोक महंगाई में गिरावट आई।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.99 प्रतिशत बढ़कर 71.06 डॉलर प्रति बैरल रहा।
सेंसेक्स शुक्रवार को 689.81 अंक टूटा था जबकि निफ्टी में 205.40 अंक की गिरावट आई थी।
भाषा रमण अजय
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