दमिश्क, 14 जुलाई (एपी) इजराइल की सेना ने सोमवार को कहा कि उसने दक्षिणी सीरिया में सैन्य टैंकों पर हमला किया है, क्योंकि वहां सीरियाई सरकारी बलों और बेडौइन जनजातियों का ड्रूज मिलिशिया के साथ संघर्ष हो रहा है।
सीरिया के स्वीदा प्रांत में स्थानीय मिलिशिया और कबीलों के बीच लड़ाई में दर्जनों लोग मारे गए हैं।
सोमवार को व्यवस्था बहाल करने के लिए भेजे गए सरकारी बलों की स्थानीय सशस्त्र समूहों के साथ भी झड़प हुई।
गृह मंत्रालय ने कहा है कि इस लड़ाई में 30 से अधिक लोग मारे गए हैं और लगभग 100 अन्य घायल हुए हैं। ब्रिटेन स्थित युद्ध निगरानी संस्था ‘सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ ने बताया कि कम से कम 50 लोगों की मौत हुई है, जिनमें दो बच्चे और सुरक्षाबलों के छह सदस्य शामिल हैं।
इज़राइल पहले भी ड्रूज़ धार्मिक अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए सीरिया में हस्तक्षेप करने की धमकी दे चुका है। दुनिया भर में लगभग 10 लाख ड्रूज़ लोगों में से आधे से ज़्यादा सीरिया में रहते हैं। अधिकतर अन्य ड्रूज़ लेबनान और इजराइल में रहते हैं, जिनमें ‘गोलान हाइट्स’ भी शामिल है, जिसे इजराइल ने 1967 के युद्ध में सीरिया से छीन लिया था और 1981 में अपने में मिला लिया था।
ड्रूज़ को इजराइल में वफादार अल्पसंख्यक माना जाता है और वे अकसर सशस्त्र बलों में सेवा करते हैं।
दिसंबर में पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद की सत्ता के पतन के बाद से इजराइल सीरिया के नए नेताओं के प्रति सशंकित रहा है और उसका कहना है कि वह अपनी सीमाओं के निकट इस्लामी चरमपंथियों को नहीं चाहता है।
इजराइली सेना ने इससे पहले ‘गोलान हाइट्स’ की सीमा पर सीरियाई क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र की गश्त वाले बफर जोन पर कब्जा कर लिया था और सीरिया में सैन्य स्थलों पर सैकड़ों हवाई हमले किए थे।
एपी नेत्रपाल अविनाश
अविनाश