अहमदाबाद, 14 जुलाई (भाषा) गुजरात आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने अहमदाबाद में कथित तौर पर उत्तर प्रदेश से संचालित हो रहे हथियार लाइसेंस गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया। यहां एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
टीम ने इस मामले में संदिग्ध दो बिचौलियों को भी हिरासत में लिया है।
एटीएस ने मुकेश सिंह चौहान, अभिषेक त्रिवेदी, वेदप्रकाश सिंह, राजेंद्र सिंह सांखला, अजय सेंगर, विजय सेंगर और शोलेसिंह सेंगर से सात आग्नेयास्त्र, 285 कारतूस और हथियारों के फर्जी लाइसेंस जब्त किए।
आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया।
एटीएस ने बताया कि सातों व्यक्तियों ने उत्तर प्रदेश में रहने वाले एजेंट देवकांत पांडे को सरकार द्वारा जारी लाइसेंस हासिल करवाने, तीन रिवॉल्वर और चार पिस्तौल सहित सात बंदूकें प्राप्त करने के लिए सामूहिक रूप से 53.5 लाख रुपये का भुगतान किया था।
एटीएस ने एक विज्ञप्ति में बताया कि आरोपियों ने एटा निवासी होने का झूठा दावा करके उत्तर प्रदेश सरकार के फर्जी आग्नेयास्त्र लाइसेंस हासिल किए थे और एजेंट की मदद से देशी बंदूकें भी प्राप्त की थीं।
विज्ञप्ति के अनुसार, प्रारंभिक जांच से सामने आया कि आरोपी अपने आग्नेयास्त्र लाइसेंस में दर्शाए गए एटा के पते पर कभी नहीं रहे या वहां कोई व्यवसाय नहीं किया।
उन्होंने आग्नेयास्त्र लाइसेंस नियमों के अनुसार लाइसेंस प्राप्त करने से पहले एटा मजिस्ट्रेट के सामने कोई साक्षात्कार भी नहीं दिया था और उनमें से किसी ने भी बंदूकों की दुकान में पंजीकरण के लिए हस्ताक्षर नहीं किये थे।
इसमें कहा गया है कि दो बिचौलियों – श्याम सिंह ठाकुर और हिम्मत सिंह राजपूत को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
भाषा यासिर माधव
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