मुंबई, 15 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने मंगलवार को सफाई दी कि उन्होंने संभाजी ब्रिगेड के नेता प्रवीण गायकवाड पर हमले के आरोपी दीपक काटे को बचाने के लिए कोई कॉल नहीं की थी और कहा कि चाहे तो कॉल रिकॉर्ड देख सकते हैं।
काटे के साथ बावनकुले की कई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद से वह विवादों में घिर गए हैं।
पुलिस ने पहले बताया था कि श्री दत्तात्रेय के अवतार माने जाने वाले स्वामी समर्थ पर कथित टिप्पणी को लेकर एक संगठन के कार्यकर्ताओं ने रविवार को सोलापुर जिले के अक्कलकोट गांव में गायकवाड़ के साथ कथित तौर पर मारपीट की और उन पर स्याही फेंकी।
राज्य विधानमंडल परिसर में बावनकुले ने कहा, ‘‘मेरे खिलाफ झूठी या भ्रामक जानकारी न फैलाई जाए। यदि किसी को संदेह हो, तो मेरे मोबाइल के कॉल रिकॉर्ड देख सकता है। इससे साफ हो जाएगा कि मैंने दीपक काटे को बचाने के लिए कोई भी फोन कॉल नहीं किया। मैं सच के साथ हूं और किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हूं।’’
राज्य के राजस्व मंत्री ने भी गायकवाड पर हमले की निंदा की।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रवीण गायकवाड़ से हमारे मतभेद हो सकते हैं, लेकिन उन पर हुआ कायरतापूर्ण हमला निंदनीय है और हम उसका समर्थन नहीं करते। भाजपा की नीति कभी भी किसी भी आरोपी को कानूनी कार्रवाई से बचाने की नहीं रही है। आरोपी, आरोपी होता है, चाहे उसका राजनीतिक जुड़ाव किसी भी दल से हो। हमारा रुख स्पष्ट है: कानून सबके लिए समान है।’’
सोलापुर में हुए हमले का वीडियो रविवार को वायरल हुआ जिसमें देखा जा सकता है कि गायकवाड़ को कुछ लोगों द्वारा उनकी कार से बाहर खींच लिया गया और उनके साथ मारपीट की गई।
भाषा
खारी नरेश
नरेश