( तस्वीरों सहित )
बेंगलुरु, 15 जुलाई (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को प्रसिद्ध अभिनेत्री बी सरोजा देवी को पुष्पांजलि अर्पित की।
सरोजा देवी का बेंगलुरु के मल्लेश्वरम स्थित उनके आवास पर, उम्र संबंधी बीमारियों के कारण सोमवार को निधन हो गया था। वह 87 वर्ष की थीं।
उनका अंतिम संस्कार आज मांड्या ज़िले के चन्नपटना तालुका स्थित उनके पैतृक गांव धशवारा में होना है।
बेंगलुरु में दिवंगत अभिनेत्री को उनके घर पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने उनके निधन को ‘पूरे फिल्म उद्योग के लिए एक बड़ी क्षति’ बताया।
सिद्धरमैया ने कहा, ‘बी सरोजा देवी ने बहुत ही कम उम्र में फिल्म उद्योग में प्रवेश किया और लगभग 70 वर्षों तक इस क्षेत्र में सेवा की। कम उम्र में ही उन्होंने ‘अभिनव सरस्वती’ की उपाधि प्राप्त की और एक बहुमुखी प्रतिभा की धनी अभिनेत्री बन गईं। उन्होंने कन्नड़, तेलुगु, तमिल और हिंदी फिल्मों में काम किया।’
उन्होंने कहा कि सरोजा देवी ने अपने निभाए किरदारों में जान डाल दी और अपने दौर में एम जी रामचंद्रन, एन टी रामाराव, शिवाजी गणेशन, दिलीप कुमार, देव आनंद, राजेंद्र कुमार, अक्किनेनी नागेश्वर राव और डॉ राजकुमार जैसे प्रमुख अभिनेताओं के साथ अभिनय किया।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरोजा देवी ने कन्नड़ फिल्म उद्योग के विकास में बहुत बड़ा योगदान दिया है।
उन्होंने आगे कहा, ‘उनके निधन से फिल्म उद्योग को बहुत बड़ी क्षति हुई है। मैं अपनी और कर्नाटक सरकार की ओर से उनकी आत्मा की शांति और उनके परिवारजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।’
सिद्धरमैया ने यह भी घोषणा की कि उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार के दौरान उन्हें राजकीय सम्मान भी दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने सरोजा देवी से कई बार हुई अपनी मुलाकातों को याद किया।
उन्होंने कहा, ‘वह हमेशा गर्मजोशी और स्नेह से मिलती थीं। मैंने उनकी कित्तूर रानी चेन्नम्मा, भाग्यवंतालु, बब्रुवाहन और न्यायवे देवरु जैसी कुछ यादगार फ़िल्में भी देखी हैं।’
7 जनवरी, 1938 को बेंगलुरु में जन्मी सरोजा देवी भारतीय सिनेमा की सबसे प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित अभिनेत्रियों में से एक थीं।
उन्होंने 1950 के दशक की शुरुआत में फ़िल्मों में पदार्पण किया और कई भाषाओं में 180 से ज़्यादा फ़िल्मों में काम किया।
अपनी खूबसूरती, प्रभावशाली और बहुमुखी अभिनय के लिए जानी जाने वाली सरोजा देवी ने जल्द ही प्रसिद्धि हासिल कर ली।
कित्तूर रानी चेन्नम्मा, ससुराल, अनबे वा और एंगा वीट्टू पिल्लई जैसी फ़िल्मों में उनके अभिनय को भारतीय फ़िल्म इतिहास में मील के पत्थर के रूप में याद किया जाता है।
सरोजा देवी विशेष रूप से अपनी ऐतिहासिक और पौराणिक भूमिकाओं में महिला पात्रों का दृढ़ विश्वास और शालीनता के साथ सशक्त चित्रण करने के लिए जानी जाती थीं।
उन्हें भारत सरकार की ओर से पद्म भूषण और पद्म श्री तथा कर्नाटक सरकार की ओर से ‘डॉ राजकुमार लाइफटाइम अचीवमेंट’ पुरस्कार सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
उनके निधन की खबर के बाद, हर तरफ से शोक संवेदनाएं व्यक्त की गईं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्रियों, कर्नाटक सरकार के वरिष्ठ नेताओं, विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की प्रमुख हस्तियों ने दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा भारतीय सिनेमा में उनके अमूल्य योगदान और स्थायी विरासत को नमन किया।
भाषा मनीषा
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