तेल अवीव, 15 जुलाई (एपी) इजराइल में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की गठबंधन सरकार में प्रमुख सहयोगी दल रहे अति-रूढ़िवादी दल ने मंगलवार को कहा कि वह गठबंधन सरकार छोड़ रही है।
अति-रूढ़िवादी दल की इस घोषणा को गाजा में युद्ध के निर्णायक समय में इजराइली नेता के शासन को अस्थिर करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
यूनाइटेड टोरा जूडिज्म नामक पार्टी के दो गुटों ने कहा कि वे एक कानून पर असहमति के कारण सरकार पर निशाना साध रहे हैं। यह कानून अपने सदस्यों के लिए व्यापक सैन्य मसौदा छूट को संहिताबद्ध करेगा। इन दलों के सदस्यों में से कई लोग सेना में भर्ती होने के बजाय यहूदी ग्रंथों का अध्ययन करते हैं।
इस मुद्दे ने यहूदी इजराइलियों को विभाजित कर रखा है, जिनमें से अधिकांश को सेना में भर्ती होने की आवश्यकता होती है। इजराइलियों में यह दरार तब से और गहरी होती जा रही है, जब से गाजा में युद्ध शुरू हुआ है और सैनिकों की मांग लगातार बढ़ रही है।
इजराइल की राजनीति में लंबे समय से ‘किंगमेकर’ की भूमिका निभाने वाली पार्टी के जाने से नेतन्याहू के शासन को तत्काल कोई खतरा नहीं है।
लेकिन, 48 घंटों के भीतर जब यह कानून लागू हो जाएगा, तो इजराइली नेता के पास सरकार में मामूली बहुमत रह जाएगा। इसके बाद सरकार को दो अति-दक्षिणपंथी दलों की इच्छा पर अधिक निर्भर होना पड़ सकता है।
ये दक्षिणपंथी दल हमास के साथ युद्ध विराम वार्ता में रियायतों का विरोध करते हैं और गाजा में युद्ध को समाप्त करने या यहां तक कि उसे रोकने के प्रयासों के विरोध में स्वयं सरकार छोड़ चुके हैं या छोड़ने की धमकी दे चुके हैं।
यह राजनीतिक उथल-पुथल ऐसे समय में हो रही है, जब इजराइल और हमास गाजा में 21 महीने से चल रहे युद्ध के लिए संघर्ष विराम की शर्तों पर चर्चा कर रहे हैं।
इजराइल के सबसे बड़े सहयोगी अमेरिका और मध्यस्थ मिस्र व कतर के भारी दबाव के बावजूद वार्ता में अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है।
इस महीने के अंत में शुरू होकर अक्टूबर तक चलने वाला संसद का ग्रीष्मकालीन अवकाश नेतन्याहू को मतभेदों को पाटने और पार्टी को गठबंधन में वापस लाने का एक और प्रयास करने का मौका देगा।
नेतन्याहू की लिकुड पार्टी के कैबिनेट मंत्री मिकी जोहर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पार्टी को गठबंधन में वापस लाया जा सकेगा।
एपी रवि कांत रवि कांत नरेश दिलीप
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