पणजी, दो जून (भाषा) पणजी के समीप बेटिम जेटी में एक यात्री क्रूज नौका में आग लग जाने के कुछ दिन बाद कांग्रेस ने सोमवार को मंडोवी नदी में संचालित नौकाओं का ‘फायर ऑडिट’ कराने की मांग की।
शनिवार की सुबह इस क्रूज नौका में भीषण आग लग गयी थी, और खतरनाक तरीके से तटीय कैसीनो जहाजों के करीब पहुंच गयी। इस घटना में हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ।
एक टगबोट (खींचने वाली नौका) ‘कैप्टन ऑफ पोर्ट्स’ (सीओपी) के त्वरित हस्तक्षेप से संभावित आपदा को टालने में मदद मिली।
गोवा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित पाटकर ने दावा किया कि अग्निशमन उपकरणों के अभाव में जलती हुई नौका को नदी पार से पणजी पहुंचने के लिए लगभग एक समुद्री मील की यात्रा करनी पड़ी।
उन्होंने सोमवार को संवाददाताओं को बताया, ‘‘संभावित आपदा टल गई, क्योंकि यह घटना तड़के हुई और इसमें यात्री मौजूद नहीं थे। सौभाग्य से नाव पणजी में मंडोवी नदी बेसिन में लंगर डाले कैसीनो जहाजों से नहीं टकराई।’’
पाटकर ने कहा कि नदी के अंदर आग पर नियंत्रण की सुविधा न होने के कारण आग बुझाने के लिए अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं के पानी के टैंकरों को दमकल गाड़ियों पर निर्भर रहना पड़ता है।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार को मंडोवी नदी में चलने वाली सभी नौकाओं का ‘आग ऑडिट’ करवाना चाहिए। हाल की घटना लोगों और पर्यटकों की सुरक्षा के प्रति सरकार की उदासीनता को दर्शाती है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि कई नौकाएं बिना उचित पंजीकरण के चल रही हैं। उन्होंने मांग की कि बंदरगाह विभाग नदी में परिचालन के लिए अनुमति प्राप्त पंजीकृत नौकाओं की सूची उपलब्ध कराए।
भाषा
राजकुमार मनीषा
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