नयी दिल्ली, 16 जुलाई (भाषा) विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि संकट के समय में सबसे पहले मदद का हाथ बढ़ाने वाले देश के रूप में भारत क्षेत्र में अपने साझेदारों के साथ हमेशा खड़ा रहा है तथा बिम्सटेक आपदा प्रबंधन अभ्यास ने आपदा तैयारी एवं प्रतिक्रिया की दिशा में बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत किया है।
भारत ने 14 और 15 जुलाई को चौथे बिम्सटेक (बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल) आपदा प्रबंधन कार्यक्रम की वर्चुअल माध्यम से मेजबानी की।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में, चक्रवातों और बाढ़ के लिए क्षेत्रीय तैयारियों का आकलन करने और उन्हें बढ़ाने के लिए बिम्सटेक सदस्य देशों के आपदा प्रबंधन पेशेवरों ने भाग लिया।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘प्रतिभागियों ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन ढांचा का विवरण प्रस्तुत किया, प्रतिक्रिया ढांचे का मूल्यांकन किया और पूरे क्षेत्र में आपदा प्रतिक्रिया के लिए समन्वय को मजबूत करने के वास्ते सर्वोत्तम उपायों को साझा किया।’’
इसमें कहा गया है कि भारत ने संकट के समय में क्षेत्र में अपने सहयोगियों को हमेशा सबसे पहले मदद का हाथ बढ़ाया है।
बयान के अनुसार, ‘‘अभ्यास ने बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में आपदा से निपटने की तैयारी और प्रतिक्रिया की दिशा में सहयोग को और मजबूत किया है।’’
भारत ने 14 और 15 जुलाई को विशाखापत्तनम में दूसरे बिम्सटेक बंदरगाह सम्मेलन की भी मेजबानी की।
भाषा सुभाष माधव
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