(सौम्या शुक्ला)
नयी दिल्ली, 16 जुलाई (भाषा) पूर्वी दिल्ली के पुराने गोविंदपुरा इलाके में एक फैक्टरी में लिथियम बैटरी फट जाने के बाद लगी आग की घटना में मुशर्रफ ने पहली मंजिल से छलांग लगाकर खुद की जान बचायी।
इस घटना में मुशर्रफ के लिए जिंदगी और मौत के बीच बस पांच सेकंड का अंतर था और उसके रिश्तेदार इस घटना में खुद की जान नहीं बचा पाए।
यहां मंगलवार शाम लगी आग में तनवीर (28) और नुसरत (22) की मौत हो गई, जबकि फैजल और आसिफ झुलस गए।
संकरी गली में आवासीय घरों से घिरी एक इमारत की पहली मंजिल पर ये चारों लिथियम बैटरी बनाने वाली एक फैक्टरी में काम कर रहे थे।
कंपकपाती आवाज में मुशर्रफ ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘मैं अपने रिश्तेदारों के साथ काम कर रहा था कि अचानक एक बैटरी फट गई। कुछ ही सेकंड में, तारों में आग लगी जो पूरे कमरे में फैल गई। अफरा-तफरी में तनवीर और नुसरत पानी लेने के लिए स्नानघर की ओर भागे। मैंने चिल्ला कर उनसे भागने के लिए कहा लेकिन उन्होंने मेरी एक न सुनी।’’
उन्होंने बताया, ‘‘मैं एक तार के सहारे इमारत से बाहर कूद गया, मुझे नहीं पता था कि उसमें करंट है या नहीं। अगर मैं पांच सेकंड भी और रुक जाता, तो मैं भी मर सकता था।’’
बिना किसी अग्नि सुरक्षा उपकरण के संचालित होने वाली इस फैक्टरी में एक ही इमारत में कई इकाइयां थीं।
भाषा यासिर माधव
माधव