मुंबई, 18 जुलाई (भाषा) सेबी प्रमुख तुहिन कांत पांडेय ने शुक्रवार को कहा कि हाल में पेश किए गए बिजली वायदा खंड में उच्च प्रारंभिक मार्जिन की आवश्यकता से ‘अनुचित सट्टेबाजी’ कम होगी।
एनएसई में बिजली वायदा खंड के शुभारंभ समारोह में पांडेय ने कहा कि अधिक अस्थिरता की स्थिति में अतिरिक्त मार्जिन भी लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा, ”बिजली को एक अधिक अस्थिर जिंस के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जिसके लिए उच्च प्रारंभिक मार्जिन की जरूरत होती है। इससे अनुचित सट्टा गतिविधियों को हतोत्साहित किया जा सकेगा।”
सेबी प्रमुख ने कहा, ”अधिक अस्थिरता के समय अतिरिक्त मार्जिन लगाया जा सकता है।”
पांडेय ने कहा कि पूंजी बाजार नियामक और विद्युत नियामक आयोग ने अनुबंध विनिर्देशों और जोखिम प्रबंधन मानदंडों को तैयार करने के लिए एक परामर्शी और डेटा आधारित नजरिया अपनाया है। पूरी प्रक्रिया का मकसद यह है कि बिजली वायदा-विकल्प कारोबार अनुचित सट्टेबाजी के बजाय हेजिंग यानी जोखिम से बचाव के साधन बना रहे।
उन्होंने कहा कि मासिक वायदा कारोबार से बिजली क्षेत्र को मूल्य अस्थिरता से बचाव के लिए एक पारदर्शी और विनियमित मंच मिलेगा।
भाषा पाण्डेय रमण
रमण