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Wednesday, August 20, 2025

तेलंगाना, आंध्र, कर्नाटक, दिल्ली, महाराष्ट्र में महिला यौनकर्मियों की संख्या सबसे अधिक: अध्ययन

Newsतेलंगाना, आंध्र, कर्नाटक, दिल्ली, महाराष्ट्र में महिला यौनकर्मियों की संख्या सबसे अधिक: अध्ययन

हैदराबाद, दो जून (भाषा) देश में महिला यौनकर्मियों (एफएसडब्ल्यू) की संख्या सबसे अधिक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली और तेलंगाना में है। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है।

‘प्रोग्रामेटिक मैपिंग एंड पॉपुलेशन साइज एस्टिमेशन’ (पीएमपीएसई) ने कहा कि कर्नाटक 15.4 प्रतिशत के साथ सूची में सबसे ऊपर है, उसके बाद आंध्र प्रदेश (12.0 प्रतिशत), महाराष्ट्र (9.6 प्रतिशत), दिल्ली (8.9 प्रतिशत) और तेलंगाना (7.6 प्रतिशत) हैं।

अध्ययन में कहा गया है कि प्रति 1000 वयस्क महिलाओं पर एफएसडब्ल्यू की संख्या सबसे अधिक अरुणाचल प्रदेश (17.24) में है, इसके बाद दिल्ली (15.46), गोवा (11.67), चंडीगढ़ (10.10) और कर्नाटक (8.34) हैं।

अध्ययन के अनुसार भारत ‘एचआईवी’ के मामले में दूसरे नंबर पर है और महिला यौनकर्मी, पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुष (एमएसएम), ट्रांसजेंडर (टीजी) तथा नशीली दवाओं का इंजेक्शन लेने वाले लोग (पीडब्लूआईडी) एचआईवी महामारी से विशेष रूप से प्रभावित हैं।

‘पीएलओएस ग्लोबल पब्लिक हेल्थ’ पत्रिका में प्रकाशित यह अध्ययन भारत के 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 651 जिलों में किया गया।

पीएमपीएसई ने कुल 9,95,499 एफएसडब्ल्यू, 3,51,020 एमएसएम, 2,88,717 पीडब्ल्यूआईडी और 96,193 टीजी व्यक्तियों के होने का अनुमान लगाया।

पीएमपीएसई ने देश के 642 जिलों में एफएसडब्ल्यू की मौजूदगी की सूचना दी है। अध्ययन में कहा गया है कि अनुमानित 25.40 लाख लोग एचआईवी से पीड़ित हैं और भारत दुनिया भर में एचआईवी पीड़ितों की संख्या के मामले में दूसरे स्थान पर है। राष्ट्रीय एड्स और एसटीडी नियंत्रण कार्यक्रम (एनएसीपी) ने महामारी पर काबू पाने में काफी हद तक सफलता हासिल की है।

एक अनुमान के अनुसार भारत में 2010 से 2023 तक नए एचआईवी संक्रमणों में लगभग 44 प्रतिशत की कमी और एड्स से संबंधित मौतों में उल्लेखनीय 79 प्रतिशत की गिरावट आयी है।

भाषा जोहेब अविनाश

अविनाश

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