बेंगलुरु, 18 जुलाई (भाषा) विशेष जनप्रतिनिधि अदालत ने हासन के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ दायर बलात्कार के चार मामलों में से एक में सुनवाई पूरी कर शुक्रवार को अपना फैसला 30 जुलाई के लिए सुरक्षित रख लिया।
यह मामला हासन जिले के होलेनरसिपुरा की एक घरेलू सहायिका की शिकायत पर दर्ज किया गया था।
रेवन्ना इस मामले में न्यायिक हिरासत में हैं, जिसकी पड़ताल विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा की गई थी और बाद में इसे सीआईडी को सौंप दिया गया था। पुलिस निरीक्षक शोभा ने जांच का नेतृत्व किया और 26 गवाहों के बयान दर्ज करते हुए एक विस्तृत आरोपपत्र दाखिल किया।
मुकदमे के दौरान, अदालत ने रेवन्ना और सभी 26 गवाहों का परीक्षण किया। अभियोजन पक्ष और बचाव पक्ष दोनों ने आरोपपत्र की विषयवस्तु के आधार पर अपनी दलीलें पेश कीं।
विशेष लोक अभियोजक ने दलील दी कि सबूतों से स्पष्ट रूप से आरोपी का दोषी साबित होता है, जबकि रेवन्ना की कानूनी टीम ने जमानत का अनुरोध करते हुए अभियोजन पक्ष के दावों का खंडन करने का प्रयास किया।
हालांकि, रेवन्ना को जमानत नहीं मिल पाई है। उनकी याचिकाएं स्थानीय अदालत, कर्नाटक उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय द्वारा खारिज कर दी गई थीं।
भाषा शफीक दिलीप
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