नयी दिल्ली, 18 जुलाई (भाषा) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने शुक्रवार को कहा कि उसने दिल्ली पुलिस आयुक्त को उन खबरों को लेकर नोटिस जारी किया है, जिनमें कहा गया है कि पुलिस हिरासत में ‘‘शारीरिक यातना’’ दिए जाने के बाद एक व्यक्ति ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
एनएचआरसी ने एक बयान में कहा कि खबरों के अनुसार, ‘‘पीड़ित के शरीर पर चोट के निशान थे।’’
एक बयान में कहा गया है कि आयोग ने खबर पर स्वतः संज्ञान लिया है कि 11 जुलाई को दिल्ली के द्वारका (उत्तर) पुलिस थाने में पुलिस द्वारा कथित तौर पर शारीरिक यातना दिए जाने के बाद एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली।
इसमें कहा गया है कि पीड़ित को एक महिला सुपरवाइजर द्वारा उसके खिलाफ की गई ‘‘चोरी की शिकायत’’ के संबंध में पूछताछ के लिए 10 जुलाई को पुलिस हिरासत में लिया गया था।
बयान के मुताबिक, एक ‘‘सुसाइड नोट’’ बरामद हुआ है।
इसके अनुसार, वह व्यक्ति दिल्ली के नंगली विहार इलाके का रहने वाला था और ‘‘आईपी विश्वविद्यालय में ठेके पर कर्मचारी’’ के तौर पर काम करता था।
बयान के अनुसार, आयोग ने पाया है कि यदि मीडिया की खबर की विषय-वस्तु सही है तो यह व्यक्ति के मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा है, इसी वजह से उसने (आयोग ने) दिल्ली पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर दो सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
बयान में कहा गया है कि 12 जुलाई को प्रकाशित खबर के अनुसार, ‘‘पीड़ित के शरीर पर चोट के निशान थे। उसे बिजली के झटके भी दिए गए थे, जिससे उसके कान में सूजन आ गई थी।’’
इसके अनुसार, खबर में कहा गया है कि परिवार के सदस्य उसे अस्पताल ले गए, जहां से उसे इलाज के लिए इंदिरा गांधी अस्पताल ले जाया गया। अगले दिन, पीड़ित को ‘‘अपने कमरे में फांसी के फंदे से लटका हुआ पाया गया’’।
भाषा
देवेंद्र सुरेश
सुरेश