पटना, 21 जुलाई (भाषा) राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को आरोप लगाया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले ग्रामीण कार्य विभाग (आरडब्ल्यूडी) से ‘‘1000 करोड़ रुपये वसूलने का लक्ष्य रखा है।’’
बिहार में विपक्ष के नेता यादव ने यह आरोप अपने ‘एक्स’ हैंडल पर एक समाचार क्लिपिंग साझा करते हुए लगाया, जिसमें दावा किया गया था कि राज्य विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) विधायकों की बैठक में ग्रामीण कार्य विभाग मंत्री अशोक चौधरी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और उपमुख्यमंत्री के साथ एक तीखी बहस हुई थी।
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री यादव ने आरोप लगाया, ‘‘भ्रष्टाचार की बंदरबांट को लेकर राजग के उपमुख्यमंत्री और वरीय मंत्री बैठक में ही एक दूसरे से झगड़ने लगे। जदयू के अधीन ग्रामीण कार्य विभाग में ‘ग्लोबल टेंडरिंग’ के माध्यम से केवल बड़े ठेकेदारों को ठेका देकर जदयू ने चुनाव पूर्व 1000 करोड़ रुपये वसूलने का लक्ष्य रखा है। चुनाव पूर्व ग्रामीण सड़कों का निर्माण भी नहीं होना है लेकिन केवल ‘टेंडर मैनेज’ कर लूट-खसोट का खेल चल रहा है। भ्रष्टाचार इतना अधिक है कि राजग विधायक भी चूं तक नहीं कर सकते।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हर घर नल का जल तो इससे भी बड़ा भ्रष्टाचार है। उसमें राज्य के खजाने से हजारों करोड़ रूपये की संस्थागत लूट हुई है। मुख्यमंत्री अचेत और खामोश है। बाकी मंत्रियों को अच्छे से पता है कि सरकार जाने वाली है, इसलिए खुल्लम-खुल्ला लूट मची है। उपमुख्यमंत्री बेचारे विजय सिन्हा जी को कितना बेबस कर दिया है।’’
बार-बार प्रयास करने के बावजूद, यादव द्वारा लगाये गए आरोपों पर टिप्पणी के लिए सिन्हा या चौधरी से सम्पर्क नहीं हो पाया।
भाषा अमित नरेश
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