पटना, 22 जुलाई (भाषा) राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को दावा किया कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे से भाजपा बिहार में राजग के नेता के रूप में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) अध्यक्ष नीतीश कुमार को बनाए रखने की ‘‘मजबूरी’’ पर पुनर्विचार करने को बाध्य होगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक हालिया बयान का हवाला देते हुए यादव ने यह भी कहा कि बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के बाद कुमार का वही हश्र होगा जो महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का हुआ, जिन्हें भाजपा के देवेंद्र फडणवीस के लिए रास्ता बनाना पड़ा।
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता यादव से जब अचानक हुए घटनाक्रम और राज्य पर इसके संभावित प्रभाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘धनखड़ के इस्तीफे से यह सवाल उठता है कि भाजपा को नीतीश कुमार का समर्थन करने की क्या मजबूरी है, जो अपने होशो-हवास में नहीं दिखते।’’
कुछ महीने पहले 74 वर्ष के हुए धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए सोमवार को शीर्ष संवैधानिक पद से इस्तीफा दे दिया था।
इससे पहले दिन में विधानसभा में राजद के मुख्य सचेतक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने दावा किया था, ‘‘लंबे समय से, भाजपा नीतीश कुमार से छुटकारा पाकर अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहती है। विधानसभा चुनाव से पहले वे हताश हो गए हैं, जिसमें राजग की हार निश्चित है।’’
शाहीन ने ‘पीटीआई वीडियो’ से बातचीत में दावा किया था कि धनखड़ का इस्तीफा भाजपा की एक साजिश है, जिसका उद्देश्य उपराष्ट्रपति जैसा राजनीतिक रूप से महत्वहीन पद देकर नीतीश कुमार को हटाना है।
कुछ वर्ष पहले दिवंगत सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि नीतीश कुमार उपराष्ट्रपति पद के लिए पैरवी कर रहे थे और जब लोकसभा में बहुमत रखने वाली भाजपा ने जदयू अध्यक्ष को पद देने से इनकार कर दिया, तो वह राजग से बाहर हो गए।
नीतीश कुमार ने 2022 में भाजपा से नाता तोड़ लिया था और उस पर जदयू को ‘तोड़ने’ की कोशिश करने का आरोप लगाया था, लेकिन पिछले साल लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने फिर से गठबंधन कर लिया, जिसके बाद उनकी पार्टी एक महत्वपूर्ण सहयोगी के रूप में उभरी, जिस पर अब भाजपा केंद्र में सत्ता में बने रहने के लिए निर्भर है।
यादव ने कहा, ‘‘भाजपा सचमुच यही सोच रही है कि किसी न किसी स्तर पर नीतीश कुमार को हटाना ही होगा। यही वजह है कि अमित शाह ने हाल ही में कहा था कि चुनाव भले ही नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा, लेकिन राजग के सत्ता में आने की स्थिति में मुख्यमंत्री कौन होगा, यह समय के साथ तय होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम हमेशा से कहते रहे हैं कि नीतीश कुमार अगले एकनाथ शिंदे हो सकते हैं। धनखड़ के इस्तीफे से यह संभावना और भी प्रबल हो गई है।’’
भाषा
अमित नेत्रपाल
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