नयी दिल्ली, 26 जुलाई (भाषा) इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर जोनाथन ट्रॉट का मानना है कि भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह दूसरे छोर से मदद मिलने पर अधिक सफल रहते हैं।
पांच मैचों की श्रृंखला में 1-2 से पिछड़ रही भारतीय टीम चौथे टेस्ट के तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक इंग्लैंड से 186 रन पीछे है। बुमराह को अभी तक इस मैच में सफलता हासिल करने के लिए जूझना पड़ा है।
जियोहॉटस्टार के विशेषज्ञ ट्रॉट ने कहा, ‘‘बुमराह ने अच्छी गेंदबाजी की और उनके इकोनॉमी रेट से भी इसका पता चलता है। बस किस्मत ने उनका थोड़ा साथ नहीं दिया। असल में मुद्दा दोनों छोर से दबाव बनाने का है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ बुमराह को जब दूसरे छोर से सहयोग मिलता है तो वह काफी सफल रहते हैं और आज (शुक्रवार) ऐसा नहीं था। जब आप गेंदबाजी इकाई के रूप में थोड़ा कमजोर होते हैं तो दोनों छोर से दबाव बनाना महत्वपूर्ण हो जाता है।‘‘
ट्रॉट ने कहा, ‘‘अंशुल कंबोज टेस्ट क्रिकेट की जरूरतों पर खरे नहीं उतर पाए। एक क्षेत्र जिसमें भारत सुधार कर सकता था, वह है उनका गेंदबाजी संयोजन। तेज़ गेंदबाज़ों ने लगभग 82 ओवर किए और केवल तीन विकेट लिए, जबकि स्पिन गेंदबाज़ों ने सिर्फ़ 52 ओवर में चार विकेट लिए। यह एक ऐसी चीज़ है जिसकी उन्हें फिर से समीक्षा करनी होगी।’’
भाषा
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