राइन-रूहर (जर्मनी), 26 जुलाई (भाषा) भारत की हाफ मैराथन में बड़ी उपस्थिति शनिवार को विश्व विश्वविद्यालय खेलों (डब्ल्यूयूजी) में निराशाजनक रही क्योंकि पुरुष और महिला वर्ग में 10 धावकों में से कोई भी पोडियम पर जगह नहीं बना पाया।
कुछ धावकों ने हालांकि व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दर्ज किए लेकिन वे भी पदक नहीं जीत सके।
भारतीय पुरुष और महिला चार गुणा 400 मीटर रिले टीमों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सत्र का सर्वश्रेष्ठ समय निकाला और फाइनल के लिए क्वालीफाई किया।
पुरुष वर्ग में पांच भारतीय लंबी दूरी के धावकों में से मोहित और मोहित चौधरी क्रमशः 1:04:08 सेकंड और 1:06:51 सेकंड का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय दर्ज करते हुए इस मुश्किल स्पर्धा में क्रमशः छठे और 21वें स्थान पर रहे।
अरुण धनसिंह राठौड़ (26वें), शुभम बालियान (32वें) और अंकित देसवाल (36वें) ने क्रमशः 1:07:19 सेकंड, 1:08:32 सेकंड और 1:09:07 सेकंड का समय लिया जिससे लंबी दूरी के धावकों के चयन पर सवाल खड़ा हो गया है।
जापान के शिनसाकु कुडो ने इस स्पर्धा में डब्लयूयूजी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 1:02:29 सेकंड में रेस पूरी कर स्वर्ण पदक जीता जबकि तुर्की के रमाजान बास्टुग (1:02:35) ने रजत और जापान के ही रियुटो उहारा (1:02:39 सेकंड) ने कांस्य पदक हासिल किया।
महिला हाफ मैराथन में भी भारतीय धाविकाओं ने निराश किया। इसमें ज्योति 1:21:22 सेकंड का समय लेकर 27 धावकों में 21वें स्थान पर रहीं।
चीन की मा शिउजेन ने उनसे नौ मिनट कम समय में 1:12:48 सेकंड के अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ स्वर्ण पदक जीता।
आरती अर्जुन पवारा (1:22.350) 22वें स्थान पर रहीं जबकि रिंकी पवारा, बसंती कुमारी और स्वाति पाल क्रमशः 24वें, 25वें और 26वें स्थान पर रहकर अपने अभियान का निराशाजनक अंत किया।
पुरुष और महिला रिले टीमों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया।
पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर रिले टीम ने हीट 2 में पोलैंड के बाद दूसरे स्थान पर रहते हुए 3:06.56 सेकंड का अपना सर्वश्रेष्ठ समय लिया। महिलाओं की चार गुणा 400 मीटर चौकड़ी ने भी हीट एक में दूसरे स्थान पर रहकर 3:35.12 सेकंड का सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और खिताबी दौर में जगह बनाई।
भारत की त्रिकूद खिलाड़ी पूर्वा सावंत और सैंड्रा बाबू का अभियान शुरुआती दौर में ही समाप्त हो गया। मुंबई की 22 वर्षीय खिलाड़ी पूर्वा 12.82 मीटर की छलांग के साथ क्वालिफिकेशन में नौवें स्थान पर रहीं जबकि सैंड्रा 11.98 मीटर की छलांग के साथ 11वें स्थान पर रहीं।
पांच हजार मीटर स्पर्धा में किरण म्हात्रे 15:16.57 सेकंड के समय के साथ 16वें और अंतिम स्थान पर रहे। इस स्पर्धा का स्वर्ण फ्रांस के आर्थर गेरवाइस ने जीता जिन्होंने 15:02.00 का समय लिया।
भारत ने इस प्रतियोगिता में अब तक पांच पदक (एक स्वर्ण, एक रजत और तीन कांस्य) पदक जीते हैं।
भाषा आनन्द नमिता
नमिता