शिमला, 26 जुलाई (भाषा) हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में राज्य के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी को काले झंडे दिखाने और ‘वापस जाओ’ के नारे लगाने तथा उनके वाहन को रोकने का प्रयास करने के बाद 50 से अधिक लोगों पर ‘गलत तरीके से रोकने’, ‘अवैध रूप से एकत्र होने’ और ‘हंगामा’ करने का मामला दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
सराज विधानसभा क्षेत्र में बारिश से तबाह हुए क्षेत्रों का शुक्रवार को दौरा करने पहुंचे नेगी का गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने विरोध किया। प्रदर्शनकारी थुनाग से ‘कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्ट्री’ को स्थानांतरित करने के खिलाफ थे।
इंटरनेट पर कथित वीडियो वायरल हो गया है जिसमें काले झंडे लिए प्रदर्शनकारी मंत्री के वाहन पर जूते फेंकते और उनका घेराव करने की कोशिश करते हुए दिखायी दे रहे हैं।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पूरी घटना भाजपा के संरक्षण में घटी।
सराज, नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का विधानसभा क्षेत्र है।
अधिकारियों ने बताया कि मंडी पुलिस ने शनिवार को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।
हाल ही में आई बाढ़ में भारी नुकसान झेलने वाले सराज विधानसभा क्षेत्र के जंजैहली और थुनाग क्षेत्रों के भाजपा कार्यकर्ता शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
सराज भाजपा मंडल अध्यक्ष भीष्म ठाकुर ने बताया कि जंजैहली में मंत्री को काले झंडे दिखाए गए और कार्यकर्ताओं ने ‘वापस जाओ’ के नारे लगाए। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने ‘कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्ट्री’ को स्थानांतरित किए जाने का भी विरोध किया।
राज्य की कांग्रेस सरकार पर कटाक्ष करते हुए भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने 26 दिनों के बाद आपदा प्रभावित क्षेत्र सराज का दौरा करने के लिए राजस्व मंत्री की आलोचना की।
उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों ने भी कॉलेज को स्थानांतरित करने का विरोध किया और काले झंडे दिखाए।
भाषा
शुभम संतोष
संतोष