नयी दिल्ली, 26 जुलाई (भाषा) लोकसभा में सोमवार को पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर चर्चा शुरू होगी, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के भाग लेने की संभावना है।
इस विशेष चर्चा के लिए 16 घंटे का समय निर्धारित किया गया है और ऐसे में यह चर्चा तीन दिन तक चल सकती है।
चर्चा के दौरान विपक्ष अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता संबंधी दावे को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा। भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) के संपर्क करने के बाद सैन्य कार्रवाई रोकने पर विचार हुआ।
लोकसभा सचिवालय ने सोमवार के अपने एजेंडे में ‘पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत के सशक्त, सफल और निर्णायक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर एक विशेष चर्चा’ सूचीबद्ध की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भी इस चर्चा में हस्तक्षेप करने की उम्मीद है, हालांकि सरकार की तरफ से इस बारे में कुछ स्पष्ट नहीं किया गया है।
राज्यसभा में मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होगी।
आतंकवाद के खिलाफ भारत के संदेश को दुनिया की 33 राजधानियों तक पहुंचाने वाले बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों में शामिल सांसदों के भी संसद के दोनों सदनों में होने वाली इस चर्चा में भाग लेने की उम्मीद है।
संसद के मानसून सत्र का पहला सप्ताह काफी उथल-पुथल भरा रहा, क्योंकि जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से अचानक इस्तीफा दे दिया, जिसके कुछ ही घंटे पहले उन्होंने न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा को हटाने से संबंधित विपक्ष द्वारा हस्ताक्षरित नोटिस का राज्यसभा में उल्लेख किया था।
पिछले सोमवार को मानसून सत्र के पहले दिन विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की पुरज़ोर मांग की, जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया।
विपक्ष ने बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण पर भी चर्चा की मांग की है, जिससे दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित हुई।
भाषा हक पवनेश
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