अमृतसर, 26 जुलाई (भाषा) अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने शनिवार को अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गर्गज को अपने आवास पर आमंत्रित किया और उन्हें विशेष सम्मान के तौर पर सिरोपा भेंट किया।
ज्ञानी रघबीर सिंह को मार्च में अकाल तख्त जत्थेदार के पद से हटा दिया गया था। वर्तमान में वह स्वर्ण मंदिर के मुख्य ग्रंथी हैं।
इस अवसर पर हरमंदिर साहिब के ‘ग्रंथी’ और तख्त श्री केसगढ़ साहिब के पूर्व कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी सुल्तान सिंह ने भी गर्गज को ‘सिरोपा’ भेंट किया।
ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि सिख इतिहास में श्री हरमंदिर साहिब के ग्रंथी के साथ सदैव सौहार्दपूर्ण और सम्मानजनक संबंध रहे हैं।
उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि पारस्परिक सम्मान, सहयोग और समन्वय की यह परंपरा जारी रहनी चाहिए।
उन्होंने गर्गज को हर स्तर पर अपना पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया, ताकि सभी ‘पंथिक’ कार्य एकता और सामूहिक सिख चेतना की भावना से संचालित होते रहें।
बैठक के दौरान तीनों ने विभिन्न ‘पंथिक’ और धार्मिक मामलों पर विस्तृत चर्चा की।
गर्गज ने ज्ञानी रघबीर सिंह और सुल्तान सिंह को उनके सहयोग और समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।
भाषा शोभना दिलीप
दिलीप