तिरुवनंतपुरम, 26 जुलाई (भाषा) तिरुवनंतपुरम जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पलोदे रवि ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
रवि ने फोन पर बातचीत के दौरान आगामी स्थानीय निकाय और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की भविष्यवाणी की थी और इस बातचीत का ‘ऑडियो लीक’ हो गया था। इसके बाद पार्टी को काफी ‘शर्मिंदगी’ का सामना करना पड़ रहा था।
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) अध्यक्ष सनी जोसेफ ने एक बयान में कहा कि उन्होंने रवि का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
उन्होंने वामनापुरम ब्लॉक कांग्रेस के महासचिव ए. जलील को पार्टीविरोधी गतिविधियों’ में लिप्त होने के चलते पार्टी से निष्कासित किए जाने की भी घोषणा की। जलील की रवि के साथ आठ मिनट की फोन पर बातचीत लीक हुई थी।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि रवि को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) नेतृत्व के निर्देश पर इस्तीफा देने के लिए कहा गया।
इससे पहले दिन में सनी जोसेफ ने कहा था कि वह इस ‘गंभीर’ मुद्दे पर एआईसीसी के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं।
रवि और जलील के बीच की लीक हुई फोन बातचीत, जिसमें रवि ने आगामी चुनावों में कांग्रेस की ‘हार’ की भविष्यवाणी की थी, ने राज्य के कांग्रेस नेताओं के बीच हलचल मचा दी। ये वही नेता हैं जो कांग्रेस नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) की बड़ी जीत का दावा कर रहे थे।
यह बातचीत शनिवार को मलयालम टीवी चैनलों पर प्रसारित हुई।
लीक हुई बातचीत में रवि को आलोचना करते हुए यह कहते हुए सुना गया कि ‘स्थानीय नेताओं के बीच गुटबाजी और स्वार्थ पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं, तथा आपसी सम्मान व विश्वास खत्म हो गया है।’
रवि ने दावा किया, ‘वे सिर्फ एक-दूसरे की पीठ में छुरा घोंपने में लगे हैं, और कोई भी जनता के बीच काम नहीं कर रहा।’
उन्हें यह कहते हुए सुना गया कि ऐसी परिस्थितियों में, कांग्रेस स्थानीय निकाय चुनावों में तीसरे स्थान पर रहेगी और अगले विधानसभा चुनाव में बुरा प्रदर्शन करेगी।
बातचीत के दौरान रवि कहते हैं, ‘भाजपा कम से कम 60 विधानसभा सीटों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जहां वे पैसा बांटेंगे और लगभग 50,000 वोट हासिल करेंगे। कांग्रेस वे सीटें हार जाएगी और माकपा शासन करती रहेगी।’
उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि चुनावों के बाद कांग्रेस ‘बेकार का बोझ’ बनकर रह जाएगी।
पूर्व उपाध्यक्ष और विधायक रह चुके रवि ने बाद में बाद में मामले को कमतर करते हुए पत्रकारों से कहा कि वह बातचीत ‘कार्यकर्ताओं को प्रेरित करने के उद्देश्य से थी, ताकि वे पार्टी की सांगठनिक संरचना को मजबूत करें और अधिक सक्रिय रूप से प्रचार करें।’
साथ ही उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि कॉल कैसे लीक हुई। यूडीएफ अपने प्रचार में एकजुट है, और मैंने तो सिर्फ कार्यकर्ताओं से साथ बने रहने और पहले जो स्थानीय निकाय हमने खो दिए थे, उन्हें वापस पाने की अपील की थी।’
आगामी स्थानीय निकाय चुनाव प्रारंभिक रूप से इस वर्ष दिसंबर में प्रस्तावित हैं, जबकि विधानसभा चुनाव अगले वर्ष अप्रैल में होने निर्धारित हैं।
भाषा
शुभम पवनेश
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