नयी दिल्ली, 27 जुलाई (भाषा) मल्टीपल्स इक्विटी के नेतृत्व में निवेशकों के एक समूह ने सामान और यात्रा संबंधी सामान बनाने वाली कंपनी वीआईपी इंडस्ट्रीज में 32 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) से मंजूरी मांगी है।
यह कदम वीआईपी इंडस्ट्रीज के प्रवर्तकों- दिलीप पीरामल एंड फैमिली द्वारा पिछले सप्ताह की गई घोषणा के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे कंपनी में अपनी 32 प्रतिशत तक हिस्सेदारी वैकल्पिक परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी मल्टीपल्स इक्विटी को बेच देंगे।
मल्टीपल्स के गठजोड़ में मल्टीपल्स प्राइवेट इक्विटी फंड-4 (एमपीईएफ), मल्टीपल्स प्राइवेट इक्विटी गिफ्ट फंड-4 (एमपीजीएफ), संविभाग सिक्योरिटीज, कैरेटलेन के संस्थापक मिथुन पदम सचेती, उनके भाई सिद्धार्थ सचेती और प्रोफिटेक्स शेयर्स एंड सिक्योरिटीज शामिल हैं, जो वीआईपी इंडस्ट्रीज में हिस्सेदारी हासिल करेंगे।
सीसीआई में शुक्रवार को दाखिल एक अधिसूचना में कहा गया, “प्रस्तावित संयोजन, लक्षित वीआईपी इंडस्ट्रीज में अधिग्रहणकर्ताओं (एमपीईएफ, एमपीजीएफ, संविभाग सिक्योरिटीज, मिथुन और सिद्धार्थ सचेती) द्वारा शेयरधारिता के अधिग्रहण से संबंधित है।”
मल्टीपल्स एक वैकल्पिक परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी है। यह वित्तीय सेवाओं, फार्मा एवं स्वास्थ्य सेवा, उपभोक्ता और प्रौद्योगिकी जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित है, और संविभाग सिक्योरिटीज़, जाने-माने निवेशक आकाश भंसाली की पोर्टफोलियो कंपनी है।
वीआईपी इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 6,389.47 करोड़ रुपये है। यह प्रीमियम और सामान्य खंड में सैमसोनाइट और सफारी इंडस्ट्रीज से प्रतिस्पर्धा करती है। इसके पास एरिस्टोक्रेट, वीआईपी, कार्लटन, स्काईबैग्स और कैप्रिस जैसे ब्रांड हैं, जिनकी वित्त वर्ष 2023-24 में ब्रांडेड लगेज बाजार में 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी थी।
भाषा अनुराग अजय
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