नयी दिल्ली, 27 जुलाई (भाषा) शिक्षा मंत्रालय ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की कुलपति शांतिश्री धुलीपुडी पंडित से एक महत्वपूर्ण सम्मेलन में उनकी अनुपस्थिति के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि यह पाया गया कि पंडित बिना औपचारिक अनुमति के केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के सम्मेलन में शामिल नहीं हुईं।
इस मुद्दे पर जेएनयू की कुलपति की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
एक सूत्र ने कहा, ‘‘पंडित की अनुपस्थिति को गंभीरता से लिया गया है। ऐसी परिस्थितियों में कुलपतियों को पूर्वानुमति लेनी होती है। कुलपतियों के सम्मेलन के साथ ही जेएनयू में एक सम्मेलन आयोजित किया जाना था। लेकिन यह ध्यान में रखा जाना चाहिए था कि इस सम्मेलन के लिए निमंत्रण बहुत पहले ही दे दिया गया था।’’
शिक्षा मंत्रालय ने 10-11 जुलाई को गुजरात के केवडिया में केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया था।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के कार्यान्वयन के पांच साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों के हिस्से के रूप में, इस सम्मेलन में केंद्रीय विश्वविद्यालयों के प्रमुख, संस्थागत प्रगति की समीक्षा करने और सामूहिक रूप से आगे का मार्ग तैयार करने के लिए जुटे थे।
भाषा राजकुमार पारुल
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