श्रीनगर, 27 जुलाई (भाषा) जम्मू-कश्मीर के लोगों को बेहद सकारात्मक और प्रगति चाहने वाला बताते हुए केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने रविवार को कहा कि देश के बाहर से कुछ अराजक तत्व केंद्र शासित प्रदेश में शांति और विकास को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहे हैं।
रीजीजू ने कहा कि एक मजबूत भारत एक मजबूत जम्मू-कश्मीर के बिना अधूरा है और स्थानीय युवाओं को आश्वासन दिया कि “हम आपको अपनी आवाज बुलंद करने और अपनी बात कहने का पूरा मौका देकर आपको गौरवान्वित करेंगे।”
कश्मीर विश्वविद्यालय में पूर्व छात्र सम्मेलन 2025 को संबोधित कर रहे संसदीय एवं अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने जोर देकर कहा कि राजनेताओं को देश के हित में राजनीतिक मतभेदों को भूलना चाहिए और “प्रेम की दुकानें खोलने” के बजाय “प्रेम के मार्ग” पर एक साथ चलना चाहिए।
उन्होंने अप्रैल में कश्मीर की अपनी पिछली यात्रा के दौरान डल झील के किनारे एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ हुई अपनी आकस्मिक मुलाकात का भी जिक्र किया और कहा कि “सुबह-सुबह अचानक हुई इस मुलाकात से राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया, जो नहीं होना चाहिए था”।
मंत्री ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम उस महान यात्रा, विकसित भारत यात्रा का हिस्सा बनें। इसलिए, हम आएंगे और सभी बाधाओं को पार करेंगे। हमें राजनीतिक मतभेदों को भूलना होगा। हम अलग-अलग राजनीतिक मैदानों पर हो सकते हैं… आइए हम प्यार और खुशी के साथ आगे बढ़ें।”
मंत्री ने कहा, “मैं यह कहना चाहूंगा कि मैं प्रेम की दुकान खोलने में विश्वास नहीं रखता। लेकिन मैं प्रेम के मार्ग पर साथ-साथ चलने में विश्वास रखता हूं।”
जम्मू-कश्मीर को अपने मंत्रालय की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए रीजीजू ने कहा कि उन्होंने देखा है कि जम्मू-कश्मीर के लोग बेहद सकारात्मक हैं।
उन्होंने कहा, “वे प्रगति करना चाहते हैं और उन्होंने रास्ते भी दिखाए हैं, लेकिन कुछ तत्व हैं जो समय-समय पर उन प्रयासों को पटरी से उतारने का प्रयास करते हैं और मेरा दृढ़ विश्वास है कि समस्त पूर्व छात्र और कश्मीर विश्वविद्यालय में जम्मू-कश्मीर के भविष्य के लिए सही दिशा निर्धारित करने की शक्ति है।”
भाषा प्रशांत रंजन
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