नयी दिल्ली, 27 जुलाई (भाषा) केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कमांडो को लीबिया में पुनः खोले गए भारतीय दूतावास और उसके कर्मियों को सशस्त्र सुरक्षा प्रदान करने के लिए जल्द ही भेजा जायेगा।
सीआरपीएफ के महानिदेशक (डीजी) ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने सीआरपीएफ के 87वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में रविवार को कहा कि जवान त्रिपोली में तैनात होने की तैयारी कर रहे हैं, ठीक उसी तरह जैसे इराक के बगदाद में भारतीय दूतावास की सुरक्षा की जा रही है।
लीबिया में भारतीय दूतावास को पिछले वर्ष जुलाई में पुनः खोला गया था, जो उत्तरी अफ्रीकी देश में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के कारण लगभग पांच वर्षों तक बंद रहा था।
इस घटनाक्रम से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ लगभग चार-पांच साल पहले लीबिया में भारतीय दूतावास की सुरक्षा कर रही थी, लेकिन संघर्ष की स्थिति के कारण इसे बंद कर दिया गया और पड़ोसी देश ट्यूनीशिया में भारतीय दूतावास से संबद्ध कर दिया गया था।
उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ कमांडो को वापस बुला लिया गया है और उन्हें लीबिया में दूतावास के फिर से खुलने के बाद वापस भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि दूतावास त्रिपोली में 45, अल-शट्ट स्ट्रीट पर स्थित है।
सूत्रों ने बताया कि विदेश मंत्रालय से उपयुक्त मंजूरी मिलने के बाद एक उप कमांडेंट (डीसी) रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में लगभग 40 कमांडो त्रिपोली में कार्यभार संभालेंगे।
सीआरपीएफ के पास भी ऐसी ही एक कमांडो टीम है जो 2019 से इराक में भारतीय दूतावास की सुरक्षा कर रही है।
भाषा
देवेंद्र सुभाष
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