राइन रूहर (जर्मनी), 27 जुलाई (भाषा) स्टीपलचेज एथलीट अंकिता ने 9:31.99 सेकेंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ 3000 मीटर स्पर्धा में रजत पदक जीता जबकि पुरुषों की चार गुणा 100 मीटर रिले चौकड़ी ने कांस्य पदक अपने नाम किया जिससे भारतीय एथलीटों ने रविवार को विश्व विश्वविद्यालय खेलों (डब्ल्यूयूजी) के अंतिम दिन अपना अभियान समाप्त किया।
मुनिता प्रजापति, मानसी नेगी और सेजल सिंह की तिकड़ी ने अंतिम दिन महिलाओं की 20 किमी टीम पैदलचाल में तीसरा स्थान हासिल कर कांस्य पदक जीता।
भारत ने इस प्रतिष्ठित स्पर्धा में अपना अभियान दो स्वर्ण, पांच रजत और पांच कांस्य पदक के साथ समाप्त किया।
कई भारतीय एथलीट अंतिम दिन ट्रैक स्पर्धाओं में प्रतिस्पर्धा में थे, लेकिन केवल दो पदक ही जीत सके। 23 वर्षीय अंकिता ने अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय 9:39.00 सेकेंड से लगभग सात सेकेंड कम समय में रजत पदक जीता। वह फिनलैंड की इलोना मारिया मोनोनेन (9:31.86 सेकेंड) से पीछे रहीं।
जर्मनी की अदिया बुड्डे ने 9:33.34 सेकेंड का समय लेकर कांस्य पदक जीता।
शुक्रवार को अंकिता ने 9:54.79 सेकंड का समय निकालकर हीट 1 में शीर्ष स्थान हासिल किया था और फाइनल में अपनी जगह पक्की की थी।
लालू प्रसाद भोई, अनिमेष कुजुर, मनिकांता होबलिधर और म्रुत्यम जयराम की पुरुषों की चार गुणा 100 मीटर रिले टीम ने 38.89 सेकेंड के समय से कांस्य पदक जीता। दक्षिण कोरिया ने 38.50 सेकेंड से स्वर्ण और दक्षिण अफ्रीका (38.80) ने रजत पदक हासिल किया।
भारतीय महिला चार गुणा 400 मीटर रिले टीम ने 3:35.08 सेकेंड से सत्र का सर्वश्रेष्ठ समय निकाला, लेकिन यह पदक के लिए पर्याप्त नहीं था। अनखा बिजुकुमार, देवयानीबा जाला, रशदीप कौर और रूपल की चौकड़ी पांचवें स्थान पर रही।
जर्मनी की टीम ने 3:29.68 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता।
विशाल कायालविझी, अश्विन लक्ष्मणन, जेरोम जयसीलन पनिमया और बालकृष्ण की भारतीय पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर रिले चौकड़ी 3:06.5 सेकेंड के समय के साथ पांचवें स्थान पर रही।
पोलैंड ने 3:03.64 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता।
भारतीय पैदल चाल एथलीटों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। कोई भी पुरुष और महिला वर्ग में शीर्ष 10 में भी जगह नहीं बना पाया। हालांकि कुछ ने व्यक्तिगत या सत्र का सर्वश्रेष्ठ समय निकाला।
भाषा नमिता आनन्द
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