तिरुवनंतपुरम, 27 जुलाई (भाषा) केरल के विभिन्न हिस्सों में रविवार को भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण आम जनजीवन प्रभावित हुआ, कई नदियों एवं बांधों का जलस्तर बढ़ गया, पेड़ उखड़ने से बड़ी संख्या में मकान क्षतिग्रस्त हो गए और कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य के तीन जिलों-इडुक्की, कन्नूर और कासरगोड में रविवार के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया। इसके अलावा, छह अन्य जिलों के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया।
इस बीच, केरल के राजस्व मंत्री के राजन ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में राज्य में तेज बारिश और तेज़ हवाओं के कारण विभिन्न हिस्सों में मामूली भूस्खलन और पेड़ उखड़ने की घटनाएं हुई हैं।
उन्होंने कहा, ‘तेज हवाएं अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती हैं।’
जिला प्रशासन ने बताया कि वायनाड जिले में बाणासुर सागर बांध के जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के मद्देनजर लगभग 100 क्यूसेक (घन फीट प्रति सेकंड) पानी छोड़ने के लिए सुबह बांध के द्वार खोल दिए गए।
जिला प्रशासन ने नदी के किनारे और अन्य निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी।
पथानामथिट्टा ज़िले में मूझियार जलाशय के सभी तीनों द्वार खोले गए, क्योंकि इसका जलस्तर 190 मीटर के ‘रेड अलर्ट’ निशान से ऊपर पहुंच गया था।
दक्षिण केरल जिले में बारिश और तेज हवाओं के कारण 100 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए, जिसके कारण कई परिवारों को राहत शिविरों में ले जाना पड़ा।
जिला प्रशासन ने बताया कि वायनाड जिले में भी राहत शिविर खोले गए हैं और लगभग 30 परिवारों को वहां स्थानांतरित किया गया है।
सिंचाई डिजाइन एवं अनुसंधान बोर्ड (आईडीआरबी) ने राज्य के पथानामथिट्टा में मणिमाला, पंबा और अचनकोविल नदियों, एर्नाकुलम में मुवत्तुपुझा, कलियार और पेरियार नदियों, कोल्लम में पल्लीक्कल नदी और तिरुवनंतपुरम में वामनपुरम नदी के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी की है।
आईडीआरबी ने त्रिशूर में भरतप्पुझा और चलाकुडी नदियों, इडुक्की में थोडुपुझा नदी, पलक्कड़ में भवानी नदी, कोझिकोड में कोराप्पुझा नदी, कन्नूर में वालापट्टनम नदी और वायनाड में कबानी नदी के लिए ‘अलर्ट’ जारी किया।
आईडीआरबी ने इन नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने तथा आवश्यकता पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी है।
आईएमडी ने खराब मौसम और तेज हवाओं के चलने के कारण मछुआरों को 27 जुलाई से 29 जुलाई तक केरल-लक्षद्वीप तट पर और 27 जुलाई से 31 जुलाई तक कर्नाटक तट पर मछली पकड़ने से जुड़ी गतिविधियां न करने की सलाह जारी की है।
भाषा योगेश पारुल
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