भोपाल, 27 जुलाई (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पिछले दिनों हरदा के राजपूत छात्रावास में की गई पुलिस कार्रवाई के मद्देनजर रविवार को जिले के तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को हटा दिया जबकि दो को लाइन हाजिर कर दिया।
मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर इसकी जानकारी देते हुए कहा, ‘समाज के छात्रावास में अनुचित बल प्रयोग एवं स्थिति को संवेदनशील रूप से निराकरण करने में की गई लापरवाही को लेकर यह कार्रवाई की गई है।’
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री यादव ने हरदा जिले के राजपूत छात्रावास में 13 जुलाई को हुई इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच करवाई।
बयान में कहा गया, ‘जांच के उपरान्त हरदा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामदास प्रजापति, संयुक्त कलेक्टर एवं एसडीएम कुमार शानू देवड़िया और एसडीओपी अर्चना शर्मा को हटा दिया गया है।’
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरदा कोतवाली के थाना प्रभारी एवं थाना प्रभारी (ट्रैफिक) को भी आईजी कार्यालय, नर्मदापुरम में अटैच कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि इंदौर के एक व्यापारी द्वारा हीरा बेचने के नाम पर की गई धोखाधड़ी के मामले में पुलिस द्वारा आरोपित को संरक्षण देने के विरोध में करणी सेना ने हरदा शहर के खंडवा बायपास पर धरना प्रदर्शन किया था।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पानी की बौछारें, आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लिया और इसी दौरान राजपूत छात्रावास के भीतर भी प्रवेश कर लाठीचार्ज किया गया।
पुलिस ने इस मामले में करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर सहित करीब 60 लोगों को गिरफ्तार किया था।
भाषा
ब्रजेन्द्र, रवि कांत रवि कांत