दुर्ग, 27 जुलाई (भाषा) छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन पर कथित मानव तस्करी और जबरन धर्म परिवर्तन के मामले में दो ननों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान सुकमान मंडावी और नन प्रीति मैरी तथा वंदना फ्रांसिस के रूप में हुई है, जिन्हें शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई स्थानीय बजरंग दल पदाधिकारी की शिकायत के बाद की गई, जिसमें तीनों पर नारायणपुर की तीन लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन कराने और उनकी तस्करी करने का आरोप लगाया गया था।
अधिकारी ने बताया कि लड़कियों के बयान और तीनों आरोपियों से पूछताछ के बाद छत्तीसगढ़ धर्म परिवर्तन अधिनियम और अनैतिक व्यापार (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
जीआरपी अधिकारी ने कहा, ‘लड़कियों ने बताया कि नन उन्हें नौकरी का झांसा देकर उत्तर प्रदेश के आगरा ले जा रही थीं। लड़कियों ने बताया कि मंडावी उन्हें दुर्ग रेलवे स्टेशन ले आई थीं, जहां से उन्हें दोनों ननों के साथ आगरा जाना था।’
इस बीच, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से छत्तीसगढ़ में गिरफ्तार की गईं राज्य की ननों के मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की।
केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि विजयन ने प्रधानमंत्री को एक पत्र भेजकर इस मामले में सीधे हस्तक्षेप करने की मांग की है।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बयान में कहा गया है कि विजयन ने प्रधानमंत्री मोदी से इस मामले में सीधे हस्तक्षेप करने और मामले में पारदर्शी एवं निष्पक्ष कार्यवाही सुनिश्चित करने का अनुरोध किया।
भाषा योगेश रंजन
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