नयी दिल्ली, 28 जुलाई (भाषा) केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि देश में वर्तमान में बिजली की कोई कमी नहीं है और अप्रैल-जून 2025 के दौरान गुजरात राज्य में ऊर्जा की मांग के अनुरूप पूरी आपूर्ति की गई है।
बिजली राज्य मंत्री श्रीपाद नाइक ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि देश की स्थापित विद्युत उत्पादन क्षमता वर्तमान में 484.819 गीगावॉट है। वर्ष 2014 के बाद से अब तक 260.784 गीगावाट की बिजली उत्पादन क्षमता जोड़ी गई है, जिससे भारत ‘बिजली की कमी से बिजली समृद्ध’ राष्ट्र में बदल गया है।
उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2025-26 की गर्मियों (अप्रैल-जून 2025) के दौरान देशभर में बिजली आपूर्ति की स्थिति का राज्यवार विवरण तैयार किया गया जिसमें पता चला है कि कुछ राज्यों में मामूली अंतर रहा है, लेकिन गुजरात में इस अवधि में बिजली की मांग और आपूर्ति के बीच कोई अंतर नहीं रहा।
मंत्री ने हालांकि, स्वीकार किया कि 12 मार्च 2025 को दक्षिण गुजरात क्षेत्र में ग्रिड गड़बड़ी के कारण कुछ समय के लिए बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई थी।
नाइक ने स्पष्ट किया कि बिजली एक समवर्ती विषय है और इसकी आपूर्ति व वितरण की जिम्मेदारी संबंधित राज्य सरकारों व वितरण कंपनियों की है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई उपाय किए हैं कि बढ़ती मांग के बीच बिजली आपूर्ति बाधित न हो। इन उपायों में जलविद्युत संयंत्रों का विवेकपूर्ण उपयोग, उच्च मांग की अवधि में कोयले की स्थिर आपूर्ति, गैस-आधारित संयंत्रों का संचालन, सभी उत्पादकों को अधिकतम उत्पादन के लिए प्रोत्साहन, राष्ट्रीय ग्रिड को सुदृढ़ बनाना और बिजली बाजार में नए तंत्रों जैसे ग्रीन डे-अहेड मार्केट (जीडीएएम), रीयल टाइम मार्केट (आरअीएम) आदि को शामिल करना शामिल है।
भाषा मनीषा अविनाश
अविनाश