श्रीनगर, 28 जुलाई (भाषा) जम्मू-कश्मीर बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताव चटर्जी ने सोमवार को कहा कि कृषि और खुदरा ऋण पर जोर देने से बैंक को अप्रैल-जून में 485 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड मुनाफा दर्ज करने में मदद मिली।
जेएंडके बैंक वित्त वर्ष 2025-26 की अप्रैल-जून तिमाही का शुद्ध लाभ 484.84 करोड़ रुपये रहा है, जो अबतक किसी भी पहली तिमाही में सबसे अधिक है। बैंक ने शुक्रवार को अपने तिमाही नतीजों की घोषणा की थी।
चटर्जी ने कहा कि अगर बैंक ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) में निवेश के लिए 87 करोड़ रुपये अलग नहीं रखे होते, तो बैंक ने इस तिमाही में अबतक का सबसे ज्यादा मुनाफा दर्ज किया होता। यह निवेश केंद्र शासित प्रदेश के इलाक्वाई देहाती बैंक के जम्मू-कश्मीर ग्रामीण बैंक में विलय के कारण जरूरी था।
चटर्जी ने पीटीआई-भाषा को एक साक्षात्कार में बताया, ‘‘बैंक की उत्पाद पेशकश में पूरी तरह से बदलाव आया है। हम लगभग पूरी तरह से किसान क्रेडिट कार्ड पर निर्भर थे। अब हमने कृषि में सभी उद्देश्य के लिए एक सावधि ऋण शुरू किया है। कृषि क्षेत्र में इस तिमाही में पहले ही 1,500 करोड़ रुपये की वृद्धि देखी जा चुकी है।’’
प्रबंध निदेशक ने कहा कि बैंक ने चालू वित्त वर्ष में कृषि क्षेत्र में 5,000 करोड़ रुपये के ऋण का लक्ष्य रखा है और उन्हें उम्मीद है कि इस लक्ष्य को आसानी से पार कर लिया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य इस साल 5,000 करोड़ रुपये के ऋण लक्ष्य को हासिल करना है। जैसा कि मैं देख रहा हूं, यह इससे कहीं ज्यादा होना चाहिए।’’
चटर्जी ने कहा कि वित्त वर्ष की शुरुआत में पेश किए गए बैंक के कृषि ऋण उत्पाद को बड़ी सफलता मिली है।
उन्होंने कहा कि बाकी भारत में खुदरा ऋण की वृद्धि बहुत अच्छी रही है और पिछले वर्ष की तुलना में इसमें 50 से 75 प्रतिशत का सुधार हुआ है।
भाषा पाण्डेय अजय
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